जी हां सही सुना आपने , मधुबनी सहर से सटे मात्र चंद क़दमों पर ही चकदह गांव पूरी तरह से जलमग्न है।
चकदह का कुछ भाग राजनगर प्रखंड में है तो कुछ भाग रहिका प्रखंड में आता है। जिसमे पुरानी चकदह, न्यू चकदह और विद्या पति नगर सामिल है।
चकदह में जल जमाव होना आम बात है परन्तु इस बार की स्थिति और भी भयावह और नाजुक बनी हुई है।
अधिकतर घर जल में डूबा हुआ है यदि मात्र कुछ घर बचा भी है तो उसमें विषैले कीड़े मकोड़े का आने का खतरा बना हुआ है।साथ ही कई प्रकार से दूसित रोग फैलने की आशंका बनी हुई है।एक तरफ कोरोना महामारी का कहर है तो दूसरी तरफ बाढ़ ने स्थिति बायवह बना रखा है।लोगो का जीवन घुटन सी हो गई है।कई जल निकासी मार्ग को कुछ अति क्रमण कर लिया गया है तो कई जगह लोग अपने निजी जमीन पर घर बनाया है।वर्षों से इस त्रासदी का मार झेल रहे है यहां के निवासी, फिर भी कोई इसपर ध्यान नहीं देता। चुनाव के समय सभी नेता अपने ढकोसले वादा ही करते है।
हर बार लोगो को होता है कि इस वार कोई अच्छा प्रतिनिधि मिलेगा परंतु ऐसा नहीं हो पाता जिससे नेता के प्रति लोगों का विश्वास डगमगाने लगा है।
इस क्षेत्र में जल निकासी हेतु कहीं भी नाला नहीं बनाया गया है।विकास के नाम पर करोड़ों रुपया आते है परन्तु यह रकम सिर्फ कागज़ों में ही गायब हो जाता है।
धरातल पर विकास के नाम पर कुछ भी नहीं दिखता।
जो भी विभागीय अधिकारी आते है वो भी इस पर ध्यान नहीं देते और समय पूरा करके चले जाते है। बच जाता है यहां के निवासियों के लिए मुसीबत।