पटना एम्स की तरफ से इस बात को लेकर तैयरियां शुरू हो गई है. आइसीएमआर और भारत बायोटेक की साझेदारी से तैयार इस वैक्सीन का जानवरों पर परीक्षण सफल रहा है. अब इसके मानव परीक्षण की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
पटना एम्स के निदेशक डॉ पीके सिंह ने बताया कि शनिवार को संबंधित कंपनी व विभागीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉंफ्रेंसिंग पर चर्चा होगी. इसके बाद वैक्सीन आएगी. दवा की डोज देने से पहले डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जाएगा. इसका बाद ट्रायल आरंभ होगा.
आपको बता दें भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषषद आइसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव की ओर से गुरवार को वैक्सीन के ट्रायल के लिए चुने गए एक दर्जन संस्थानों को लिखे गए पत्र से साफ होता है कि भारत दुनिया के अन्य देशों को पीछे छोड़ने की तैयारी में है. डॉक्टर भार्गव के अनुसार इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल जल्द से जल्द पूरा करने का फैसला किया गया है ताकि 15 अगस्त को इसे आम लोगों के लिए लांच किया जा सके.
इससे पहले आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल का भारत बायोटेक को लिखा एक पत्र लीक हुआ था. इसमें भी वैक्सीन के 15 अगस्त तक तैयार होने की बात कही गई थी. पत्र में कहा गया था कि आदेश का पालन नहीं करने को बहुत गंभीर माना जाएगा, इसलिए आपको सलाह है कि आप इस प्रोजेक्ट को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दें और तय समय में इसे पूरा करें. इस पर आईसीएमआर ने कहा था कि इस पत्र का उद्देश्य परीक्षण में तेजी लाना था, ताकि नतीजे जल्द मिल सकें. वैक्सीन के सार्वजनिक उपयोग में तो काफी समय लगेगा.