नावकोठी (बेगूसराय ):-
रिपोर्ट:-भारद्वाज जी
भाकपा माले नेता महबूब आलम ने एसटीईटी परीक्षा को गलत तरीके से रद्द करने पर सवाल उठाए है उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने की बात पूरी तरह से निराधार है उन्होंने आनंद किशोर के बयान का हवाला भी दिया जिसमें आनंद किशोर ने साफ कहा था कि परीक्षा में कही भी किसी प्रकार की अनियमिता की शिकायत नही मिली तो फिर 5 महीने बाद अचानक परीक्षा को रद्द कर अभ्यर्थियों के साथ नाइंसाफी क्यों की गई।उन्होंने सरकार से अविलंब एसटीईटी परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग की।
ज्ञात हो कि 28 जनवरी को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित एसटीईटी परीक्षा को 5 महीने के बाद पेपर लीक होने का हवाला देकर अचानक रद्द कर दी गयी थी जिस से अभ्यर्थिययो में भारी रोष है।अभ्यार्थियों का कहना है कि बोर्ड के अनुसार 10 बजकर 23 मिनट पर पेपर लीक हुआ था परंतु सभी केंद्रों पर स्पस्ट निर्देश थे की 9 बजकर 30 मिनट के बाद किसी भी केंद्रों पर प्रवेश की अनुमति नही थी और 10 बजे से परीक्षा आरम्भ हो गयी थी। यहाँ तक कि सारे केंद्रों पर बिहार बोर्ड ने जैमर लगाए थे जहाँ 9:30 बजे के बाद फ़ोन का नेटवर्क काम करना बंद कर दिया था,तो फिर पेपर लीक होने का कोई औचित्य ही नही बनता है।अभ्यर्थियों ने इसी साक्ष्य के आधार पर पटना हाई कोर्ट में भी कुल 5 रिट दायर किया है और न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई है।साथ ही अभ्यार्थियों को परीक्षा को रद्द करने में बहूत बड़ी साजिश भी नजर आ रही है STET अभ्यर्थी सोनू कुमार, भूपेश कुमार,अनन्त कुमार का कहना है शिक्षा माफियाओं की सेटिंग न हो पाने और उनके दबाब में परीक्षा को रद्द की गई है।
Published by Amit Kumar