मिथिला हिन्दी न्यूज :-तरैया। यह प्रत्याशी किसी दल का नहीं है यह प्रत्याशी आम आदमी के बीच का है जो कई भाषाओं का जानकार है दर्जनों देशों की का दौरा कर चुका है अपने दम पर व्यवसाय में अपनी पहचान बनाई है राजनीति में लोगों की सेवा करने के लिए इंट्री करना चाह रहा है.पॉजिटिव पॉलिटिक्स की शुरुआत देखनी है तरैया आइए जहा एक ऐसे प्रत्याशी भी हैं जो न जात की बात कहते हैं न धर्म की बात करते हैं वह सिर्फ और सिर्फ विकास की बात करते हैं उद्योग धंधे की बात करते हैं शिक्षा स्वास्थ्य सड़क बिजली पानी की बात करते हैं पलायन रोकने की बात करते हैं. हैदराबाद में एक सफल व्यवसायी के रूप में पहचान बनाने वाले सारण के लाल मसरख थाना अंतर्गत चरिहारा गाँव निवासी संजय सिंह तरैया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पूरे दमखम के साथ चुनावी समर में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.संजय सिंह क्षेत्र में न पैसा बाटतेते हैं ना लोगों को कोई प्रलोभन देते हैं वह लोगों को सिर्फ उनके अधिकारों के प्रति जगाते हैं पूरे इत्मीनान से उनकी समस्याओं को सुनते हैं अपनी बातों को रखते हैं.संजय कहते हैं कि पूरे क्षेत्र में पलायन सबसे बड़ी समस्या है क्षेत्र का शायद ही ऐसा कोई गांव हो जहां दर्जनों घरों में ताले नहीं लगे हो यहां ना रोजी है ना रोटी हैं भूखे मरने की अपेक्षा लोग बाहर के प्रदेशों में जाकर कामा खा रहे हैं गांव से कनेक्शन पूरी तरह से टूट गया है गांव वीरान हो गए हैं.वे इसी दर्द को लेकर चुनावी समर में उतरे हैं उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि सामने कौन प्रतिद्वंदी है वे भूख गरीबी पलायन अशिक्षा को सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी मानते हैं वे जानते हैं कि जनतंत्र में जनता मालिक हैं जो लोग इस गलतफहमी में है कि वह हवा बनाकर दल या किसी व्यक्ति विशेष के चेहरे का प्रलोभन दिखाकर जनता को ठग लेंगे तो या उनका भ्रम है. संजय कहता है कि क्षेत्र के लोगों का काफी समर्थन उन्हें मिल रहा है लोग उनकी बातों को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं उनकी पहली प्राथमिकता क्षेत्र में उद्योग धंधे लगवाना है बंद पड़ी मढ़ौरा चीनी मिल को खुलवाना है स्थानीय स्तर पर शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार की व्यवस्था करनी है