मिथिला हिन्दी न्यूज :-शहरी गरीब बेघर से सम्बंधित मूद्दो को राजनीतिक दलों के मेनोफेस्टो में मूद्दो को शामिल करने के लिए सेक्टर स्तरीय जिओमीट ऑनलाइन वेविनार पिछले 17अगस्त 20 से आयोजित की जा रही है। जलवायु परिवर्तन विषयक को सम्बोधित करते ग्लोबल पर्यावरणविद्य सौम्या दत्ता जी ने बताया कि कोविड 19 से संक्रमण से प्रभावित होना जलवायु परिवर्तन का मुख्य कारण बताया। इन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में इस परिवर्तन के कई दुष्परिणाम सामने आ सकता हैं। चुकी सरकार के पास किसी प्रकार की ठोस नीति और नही कोई मास्टर प्लान हैं। जिसका नतीजा पूरे मानव समुदाय को भुगतना पड़ रहा है।
डॉ शकील जन स्वास्थ्य अभियान ने स्वास्थ्य विभिन्न आयाम के साथ स्वास्थ्य संबंधी क़ानूनी दर्जा के साथ समुदाय को स्वास्थ्य की गारन्टी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
नूपुर निदेशक NCE ने शिक्षा अधिकार के प्रावधानों के अनुरूप क्रियान्वयन किया जाय। विद्यालय में समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित किया जाय।विद्यालय शिक्षा समिति को सशक्त किया जाय। बन्द की जा रही विद्यालयों को पुनर्वापसी किया जाय। नई शिक्षा नीति में संसोधित किया जाय। निजीकरण पर रोक लगाया जाए। नवेन्दु ने शिक्षकों को एक समान वेतनमान ,समुचित संसाधन के साथ रेगुलेटर शिक्षक की व्यवस्था की बात किया।
मानव व्यापार के संबंध में भूमिक बिहार के सचिव शिल्पी जी ने मानव व्यापार के कानूनी प्रावधानों को सख्ती से लागू के साथ पुलिस को जवाबदेह बनाने के साथ ठोस नीति और प्लान बनांकर कार्य के उपरांत रोका जा सकता हैं। रफी अहमद सेव द चिल्ड्रेन ने मानव व्यापार में बच्चियो के साथ अमानवीय व्यवहार की बात किया।
माई सिटी एलाइंस फ़ॉर अर्बन पुअर के संयोजक धर्मेन्द्र कुमार नेटवर्क के उद्देश्य और वर्तमान परिस्थितियों से उपजे समसामयिक शहरी गरीब बेघरों की मुद्दों पर विमर्श करके एक सार्थक बिहार विधानसभा चुनाव पूर्व वैचारिक दृष्टिकोण बनाकर राजनीति दलों के घोषणा पत्र में मुद्दों को शामिल कराना और चुनाव बाद इसे लागू कराना साथ ही योजनाओं को अंतिम वंचित वर्गों तक पहुंच स्थापित करना,नगर निकाय,स्थायी निकाय समिति के सशक्त करने के साथ म्युनिसिपल ऐक्ट को सही से क्रियान्वित करना, प्रावधानों को शतप्रतिशत लागू कराना इस कार्यक्रम का लक्ष्य हैं।
बिहार में शहरी गरीब से जुड़े 20 मुद्दों (जैसे स्लम वस्ती योजना, सामाजिक सुरक्षा, शहरी आवासीय भूमि, स्थायी आवास, वेस्ट पीकर, स्ट्रीट भेंडर, निर्माण मजदूर, घरेलू महिला कामगार,ट्रांसजेंडर, होमलेस, जलवायु परिवर्तन, रोजगार, युवा एवं किशोरावस्था, महिला एवं बाल विकास, ट्रांसपोर्ट, दिव्यांग ,शिक्षा, सीनियर सिटीजन, स्वास्थ्य, मेंटल हेल्थ, मानव वयापार) को चिन्हित कर पिछले 17 अगस्त 20 से सेक्टर स्तरीय कार्यक्रम आयोजित की जा रही हैं, जो 29 अगस्त 2020 समाप्त होगी।
इस कार्यक्रम को ग्लोबल पर्यावरणीय एक्सपर्ट सौम्या दत्ता जी, नूपुर जी एन सी ई, डॉ शरद एक्शन ऐड,डॉ ज्ञानदेव वर्ल्ड विजन इंडिया, मोख्तारुल हक बचपन बचाओ आंदोलन, आशिष कुमार बिहार जेंडर रिसोर्स सेंटर,सतेन्द्र कुमार सी इस ई आई,संजय सुमन,डॉ विकासनाथ उपाध्याय, डॉ मिथलेश कुमार, महेन्द्र कुमार रौशन, मृत्युंजय चंद्र आगा खान फाउंडेशन, विकास कुमार प्रिया, राकेश कुमार बिहार विकलांग अधिकार मंच,नवेन्दु जी अखिल भारतीय शिक्षा अधिकार संघ, अखिल भारतीय प्रारम्भिक शिक्षक संघ, अनवर सेन्टर फ़ॉर इक्विटी स्टडी, विकास कुमार पंकज एडवोकेट, विशाल कुमार एच आर एल एन राजेन्द्र रवि NAPM ,डॉ शकील जान स्वास्थ्य अभियान ,आरती सोनी, संजय सुमन केयर इंडिया, नूरी बेगम ,सहित शहरी गरीब से जुड़े सैकड़ो स्वैच्छिक संस्था, जनसंगठन तटस्थ होकर चर्चा में शामिल हो रही हैं।
शिक्षा संदर्भ में नई शिक्षा नीति और शिक्षा अधिकार अधिनियम को प्रभावी बनाने के साथ भेदभाव रहित समावेशी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उपलब्धता की प्रमुख डिमांड पर चर्चा किया गया।
जाने माने एक्टिविस्ट सुभाष भटनागर ने निर्माण मजदूर एव महिला घरेलू कामगारों के कानूनी प्रावधान, शेष कल्याण फंड और सामाजिक सुरक्षा के साथ सामाजिक अकेक्षण के साथ बोर्ड को प्रभावी रूप से सशक्त बनाने की बात किया।
अंत मे इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से इन्डो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसाइटी के सविता वर्मा, एविटा दास, सोनू हरि के साथ एडविन चार्लीज के साथ दलित विकास अभियान समिति के बबीता कुमारी, माधुरी कुमारी, सेवा भारत के पूनम पांडेय, अख्तरी बेगम ईजाद ,चिन्मय निर्माणा, AITUC के गजनफर नवाब ,स्लम फेडरेशन ,प्रमोद कुमार सिन्हा सहित कई लोगो ने भाग लिया।
कार्यक्रम के संचालन महेन्द्र कुमार रौशन,डॉ मिथलेश कुमार, राकेश कुमार एवं बबीता कुमारी, माधुरी कुमारी ने किया।