तिसवारा में गोस्वामी तुलसीदास जयंती आयोजित की गई !
गोस्वामी तुलसीदास दलित उद्धारक और महान समाज सुधारक थे, दलित उद्धारक एवं महान समाज सुधारक, संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास ने मानव विकास के लिए तत्पर रहते थे ! ये सभी प्रकार के बातें कहीं तिसवारा में शनिवार को आयोजित गोस्वामी तुलसीदास जयंती को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने। वक्ताओं ने स्पष्ट किया की विदेशी आक्रांताओं से पद दलित भारत माता की दुर्दशा को देखते हुए गोस्वामी तुलसीदास ने समाज के सभी वर्गों में समन्वय और समरसता की स्थापना कर, भारतीय समाज को स्वर्ग से सुंदर बनाने के लिए महानतम ग्रंथ श्री रामचरितमानस की रचना की।गोस्वामी तुलसीदास ने अपने आराध्य श्री राम को निम्न जाति की भीलनी शबरी के जूठे बेर खिलाकर सामाजिक समरसता की स्थापना करने में महान योगदान दिया। वहीं निषादराज गुह को राम और भरत के द्वारा गले लगा कर छुआछूत के भेदभाव को समाप्त कर भारतीय जनमानस को महानता प्रदान की। वक्ताओं ने कहा गोस्वामी तुलसीदास को तत्कालीन समाज द्वारा कई बार हत्या करने का प्रयास किया गया, इसके बावजूद सामाजिक जहर को पीकर , गोस्वामी तुलसीदास ने अपने रामचरितमानस के द्वारा भारतीय समाज में जिस अमृत की वर्षा की, उससे सारा भारतवर्ष गुलामी की जंजीर को तोड़कर, आज आजाद भारत के रूप में प्रतिष्ठित हुआ, इसमें गोस्वामी तुलसीदास का महान योगदान है। वक्ताओं ने स्पष्ट करते हुए कहा कि आजादी के महान स्वतंत्रता सेनानी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरितमानस और उनके आराध्य राम का अनुयायी बन कर, तथा राम के आदर्शों को जीवन में उतार कर,अंग्रेजों को सात समंदर पार भगाने का काम किया। वक्ताओं ने स्पष्ट रूप से कि गोस्वामी तुलसीदास रचित मानस के पात्रों को जीवन में उतारने से आज भी भारत सहित सारा संसार स्वर्ग से सुंदर बन सकता है। मौके पर सीताराम ठाकुर, चित्रधर ठाकुर , प्रो अवधेश कुमार झा, कृष्ण कुमार झा, पंडित सुरेश झा, ब्रह्मचारी ठाकुर आदि ने तुलसीदास जयंती को संबोधित किया।
Published by Amit Kumar