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विधानसभा चुनाव का मास्टर स्ट्रोक : बिहार में योजनाओं की बरसात हो रही है। ऐसी ही एक बारिश आगामी 10 सितंबर और 11

राहुल आनंद 

चुनावी मौसम में बिहार में योजनाओं की बरसात हो रही है। ऐसी ही एक बारिश आगामी 10 सितंबर और 11 सितंबर को भी होने वाली है। 11 सितंबर को बिहार को बड़ी सौगात मिलने जा रही है। इसलिए इस रिपोर्ट में हम आपको सबसे पहले विस्तार से 11 सितंबर के कार्यक्रम की ही जानकारी देने वाले हैं। असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 सितंबर को बिहार को 18 हज़ार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देने वाले हैं। आपको बता दें कि इन परियोजनाओं में बिहार को 3 मेगा ब्रिज और पांच सड़क मिलने वाली हैं। इन सभी परियोजनाओं से बिहार के 9 जिलों को सीधा लाभ मिल सकेगा।
पीएम नरेंद्र मोदी बिहार में जिन परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाएंगे इसमें पटना-गया-डोभी एनएच, रजौली-बख्तियारपुर एनएच,आरा-मोहनिया एनएच, नरेनपुर- पूर्णिया एनएच, पटना रिंग रोड (कन्हौली-रामनगर) परियोजना के साथ तीन मेगा ब्रिज. गांधी सेतु के समानांतर नया पुल, भागलपुर में नया बिक्रमशिला सेतु, बिहपुर में फुलौत पुल का भी शिलान्यास होगा। मालूम हो कि पीएम मोदी द्वारा 2015 के विधानसभा चुनाव में जिस सवा लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया गया था ये सभी परियोजनाएं उसी पैकेज का हिस्सा हैं। ये परियोजनाएं काफी लंबे समय से अटकी हुई थीं। अब 11 सितंबर को पीएम मोदी इन परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाने जा रहे हैं। अब देखना यह है कि क्या ये फिर से चुनावी ऐलान ही रह जाएंगे या इस बार काम होगा।
294.43 करोड़ की मछली, कृषि योजनाओं का भी दबेगा बटन
इसके अलावा 10 सितंबर को भी पीएम मोदी की तरफ से बिहार के लिए कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन होना है। बिहार के डिप्टी सीएम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 10 सितंबर के इस कार्यक्रम की जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि 294.53 करोड़ रुपये के लागत की विभिन्न योजनाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा आगामी 25 सितंबर तक 5 चरणों में दूसरे विभागों की योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है।

10 सितंबर को पीएम मोदी मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत 107 करोड़ की लागत परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा 5 करोड़ की लागत से सीतामढ़ी के डुमरा में बखरी बीज फार्म, किशनगंज में 10 करोड़ की लागत से रोग निदान और गुणवत्ता परीक्षण के लिए मत्स्य पालन कॉलेज और पटना के बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में जलीय रेफरल प्रयोगशालाएं, मधेपुरा में एक करोड़ की लागत से मत्स्य चारा मिल, पटना के मसौढ़ी में 2 करोड़ की लागत से फिश ऑन व्हील्स और कृषि विश्वविद्यालय पूसा में 2.87 करोड़ की लागत से समेकित मात्स्यिकी उत्पादन प्रौद्योगिकी केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा।
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इन परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाये जाने को पीएम मोदी का मास्टर स्ट्रोक भी माना जा रहा है। देखना यह है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी का यह दाव भाजपा के लिए फायदेमंद साबित होता है या जनता इसे महज चुनावी जुमला मानती है

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