मुजफ्फरपुर-हाजीपुर रोड (एनएच-77) से अब दरभंगा रोड एक नये बाइपास से जुड़ेगा. मधौल से मझौली तक 21.1 किलोमीटर की लंबाई में बाईपास रोड के निर्माण का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने सरकार को भेजा है. यह शहर के पूर्वी भाग से होते हुए निकलेगा, जो पश्चिमी इलाके को सीधे जोड़ेगा. बूढ़ी गंडक नदी के बुद्धनगरा घाट पर आरसीसी पुल भी बनेगा.
इस सड़क के बनने से पटना-दरभंगा आने-जाने वाले वाहनों की दूरी करीब 17 किमी तक कम जायेगी. यही नहीं, मझौली से नेपाल को जोड़ने वाली सड़क एनएच-527 सी से भी आने वाले वाहन के लिए पटना आना-जाना आसान हो जायेगा. बुधवार को डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग ग्रुप (डीपीएमसी) की बैठक में सड़क निर्माण को लेकर समीक्षा की. बैठक में मधौल बाईपास, भगवानपुर ओवरब्रित, मझौली-चोरौत एनएच-527 सी, सिकंदरपुर मरीन ड्राइव रोड के अलावा अन्य कई स्टेट हाईवे के निर्माण की समीक्षा हुई.
मुजफ्फरपुर-दरभंगा रोड के मझौली चौक से पटना रोड को जोड़ने वाले बाइपास की लंबाई 21.1 किमी होगी. रजवाड़ा घाट बूढ़ी गंडक होते हुए द्वारिकानगर (मुशहरी) पूसा रोड को क्रॉस करते हुए रघुनाथपुर होकर काजी इंडा चौक को मिलेगी. इसके बाद आगानगर पुपरी होकर, मधौल सकरी सरैया एनएच-77 से जुड़ जायेगी. यानि यह सड़क एनएच 28, एनएच 77 व एनएच 57 को आपस में जोड़ेगी. बूढ़ी गंडक नदी के बुद्धनगरा घाट पर आरसीसी पुल बनेगा. इस सड़क में दो आरओबी का निर्माण होगा जो मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर व हाजीपुर रेललाइन को क्रॉस करेगा. इसके अतिरिक्त इस रोड में 68 पुल पुलिया के निर्माण का प्रस्ताव है.
बूढ़ी गंडक क्रॉस करते हुए एनएच-57 को जोड़ेगा
इस सड़क के निर्माण से शहर के ऊपर ट्रैफिक दबाव काफी हद तक कम जायेगा. शहर के पूर्वी इलाके से आने वाले वाहन अब सीधे पटना रोड की तरफ आ-जा सकेंगे. यही नहीं, मझौली एनएच 527 सी की ओर से आने वाले वाहन जो सीतामढ़ी, दरभंगा व मधुबनी से आयेंगे शहर से सटे एनएच को छुए बगैर सीधे पटना की ओर चले जाएंगे