मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार के सीतामढ़ी में अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने मुख्यमंत्री को को मेल किया है जिसमें पूर्व के दिनों के वर्तमान शिक्षा नीति के खिलाफ आंदोलन और सरकार के द्वारा आश्वासन के बारे में जिक्र करते हुए कहा की मुख्यमंत्री जी मेंरा धैर्य जवाब दे दिया है। और हमने तय किया है 21 सितम्बर को हम अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करेंगे हमें सुरक्षा दे। ठाकुर चंदन सिंह ने मिथिला हिन्दी न्यूज टीम को बताया की सीतामढ़ी में शिक्षकों की कमी ऐसी है कि जिले में 80 से अघिक स्कूलों में शिक्षकों की संख्या एक दो से पार नहीं जा पाई है, जबकि शिक्षा विभाग के आंकड़ों के खेल ने शिक्षकों की संख्या को पूरा करने के साथ ही शिक्षकों को सरप्लस दिखाया है। प्रदेश सरकार की अनदेखी का शिकार अकेला शिक्षा विभाग नहीं बल्कि विश्वविद्यालय भी हो रहा है। चंदन ने बताया की सीतामढ़ी में शिक्षकों की कमी के साथ ही भारी संख्या में कर्मचारियों की कमी भी है और बजट के नाम पर साल में कई बार विश्वविद्यालय का खाता खाली हो जाता है। प्रदेश सरकार ने बिहार को शिक्षा का हब बनाने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन असलियत इससे उलट है। ठाकुर चंदन सिंह ने कहा मेरे द्वारा पूर्व में हुए आंदोलन के बाद भी सरकार ने सबक नहीं लिया और उस आंदोलन के दौरान कुछ अधिकारियों ने कहा छाह महिनों के अंदर अध्यापकों का नियुक्ति कर लिया जाएगा लेकिन अब तक एक भी अध्यापकों को नियुक्ति नहीं मिल पाई है जो बिहार प्रशासन की सुस्त कार्य प्रणाली को दर्शाता है।