शिक्षक दिवस के अवसर पर संघ के आह्वान पर पंचायती राज संस्था द्वारा नियुक्त शिक्षकों ने विद्यालय में एवं परिवार सहित घर पर काली पट्टी बांधकर सरकार के शिक्षक विरोधी नीति का विरोध किया। बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के वरीय जिला उपाध्यक्ष संजीव आर्य ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सरकार ने हम शिक्षकों का भविष्य बर्बाद कर दिया है।वर्षों के इंतजार के बाद विवेधपूर्ण सेवा-शर्त लागू कर केवल खानापूर्ति की गयी है।इसमें शिक्षकों को सरकारी कर्मी का दर्जा,सभी शिक्षकों को स्थान्तरण का लाभ सहित अनेक बहुप्रतीक्षित मांगो से वंचित रखा गया है। जिससे शिक्षक परिवार में घोर असन्तोष एवं निराशा है। शिक्षक अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं।सरकार सालों भर शिक्षकों का दोहन-शोषण करती है और शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों से झूठा प्रेम का दिखावा करती है।शिक्षक इनके झांसा में अब नहीं आनेवाले हैं।सरकार अविलंब हमारी सेवा-शर्त में सुधार करें और हमारी सात सूत्री मांगो को पूरी करें अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन के तहत 12 सितम्बर को सभी प्रखंड मुख्यालय पर मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री की अर्थी जुलूस एवं 19 सितंबर को जिला मुख्यालय से मशाल जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ मतदान का संकल्प लेंगे।