अमित कुमार यादव
शाहपुर पटोरी। प्रखंड के तेतीस अलग अलग स्थानों पर माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित हैं। वही चकसाहो बाजार स्थित रामनवमी के रात्रि में माँ दुर्गा की पूजा अर्चना एवं माँ दुर्गा की दर्शन को लेकर उमड़ने लगी श्रद्धालुओं की भीड़। शिउरा ठाकुरबारी मन्दिर स्थित रामनवमी के अवसर पर माँ दुर्गा की दर्शन को लेकर दिन भर लोगों की आने जाने की सिलसिला जारी रही। वही पूजा पंडाल में विधि व्यवस्था चाक चौबंद रहा। बताया जाता हैं कि covid 19 को लेकर पटोरी थानाध्यक्ष सुनील कुमार द्वारा विगत दिनों पूजा समिति के बीच सांति समिति की बैठक बुलाई है थी । जिस में निर्णय लिया गया था। हर हाल में कोरोना से बचाव हेतु गाइड लाइन को फॉलो करने को लेकर बताया गया था। शिउरा पूजा समिति द्वारा गाइड लाइन को फॉलो किया गया। वही चकसाहो पूजा गाइड लाइन को फ़ॉलो करने में पिछड़ गए। पूजा पंडाल के काफी भीड़ इकट्ठा देखा गया। चकसाहो में रामनवमी मेला को लेकर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।
नवरात्र में नौ दिनों तक माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-आराधना की जाती है। इस साल रामनवमी 25 अक्तूबर, रविवार को मनाई जाएगी। इस दौरान मां दुर्गा के भक्त माता का आशीष प्राप्त करने के लिए नौ दिनों तक व्रत रखते हैं। भक्तों के स्नेह को देखकर माता रानी प्रसन्न होकर भक्तों को आशीष देती हैं। कहते हैं कि नवरात्र में देवी की उपासना करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।दुर्गा पूजा को लेकर कई लोक कथाएं हैं। एक लोक कथा के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण और धर्मराज युधिष्ठिर ने नवरात्र के महानवमी और दुर्गाष्टमी की पूजा पर आपस में चर्चा की थी। इसका वर्णन पुराणों में भी देखने को मिलता है। दूसरी ओर देवी दुर्गा और राक्षस महिषासुर के बीच हुए युद्ध का प्रतीक भी माना जाता है। कहते हैं कि राक्षस महिषासुर ने ब्रह़मा जी से प्रार्थना कर कई वरदान मांग लिए इसके बाद असुर सेनाओं के साथ मिलकर देवताओं के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया। इसलिए यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत माना जाता है।