समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड क्षेत्र में बुधवार कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से चार दिवसीय छठ महापर्व पर्व नहाय खाय के साथ शुरू होगा! आज पहले दिन बुधवार को व्रती घर, नदी या तालाब में स्नान कर अरबा, चावल, चने की दाल,कद्दू की सब्जी का प्रसाद ग्रहण करेंगे एवं अगले दिन गुरुवार को खरना करेंगे । खरना के दिन व्रती दिन भर उपवास रखने के बाद शाम में दूध और गुर के बने खीर,एवं रोटी, फल का प्रसाद ग्रहण करेंगे,तीसरे दिन शुक्रवार को
व्रती डूबते हुए सूर्य भगवान को अर्ध्य देंगे एवं शनिवार की सुबह- सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के साथ छठ पूजा अर्चना समपन्न करेंगे,और प्रसाद वितरण करेंगे। उसके बाद व्रती अन्न जल ग्रहण कर के पारण कर चार दिवसीय छठ पर्व का समापन करेंगे ! व्रतियों और श्रद्धालुओं का कहना है, छठ का त्यौहार सूर्य की आराधना का त्यौहार है, हिंदू देवी देवताओं में सूर्य देव का श्रेष्ठ स्थान माना जाता है !सायंकाल में सूर्य की अंतिम किरण को अर्ध्य देकर एवं प्रातः काल में सूर्य के पाहली किरण को अर्ध्य देकर सूर्य का नमन किया जाता है !