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और कितनी हिन्दू बहनें लव जिहाद की बलि चढेंगी ?

बॉलिवुड ने निरंतर ‘हिन्दूफोबिया’ और ‘लव जिहाद’ को बढावा दिया है ! - बॉलिवुड अभिनेत्री पायल रोहतगी का स्पष्ट वक्तव्य

श्री. रमेश शिंदे

 बॉलिवुड में एक दूसरे को ‘इंशाअल्लाह’ ऐसा निरंतर कहा जाता है; परंतु ‘जय श्रीराम’ कहा है, ऐसा मैंने नहीं सुना है । बॉलिवुड की खान मंडली ने हिन्दू महिलाआें से विवाह कर अप्रत्यक्ष रूप से ‘लव जिहाद’ को ही प्रोत्साहित किया है । ‘तनिष्क’ और ‘सर्फ एक्सेल’ जैसे विज्ञापन ‘लव जिहाद’ के उदाहरण हैं । ‘लव जिहाद’ के संबंध में बोलना ही चाहिए । हिन्दू जनजागृति समिति के इस कार्यक्रम से हिन्दुआें को एक अच्छा व्यासपीठ मिला है । नसीरुद्दीन शाह जैसे लोग कहते हैं कि ‘पाकिस्तान में रहना अच्छा लगता है ।’ इन लोगों के लिए हिन्दुआें की हत्या का कोई मूल्य नहीं है । इनकी यह संकीर्ण विचारधारा उजागर होनी ही चाहिए । बॉलिवुड के हिन्दुआें को उनके धर्म के प्रति अभिमान नहीं लगता । बॉलिवुड ने निरंतर ‘हिन्दूफोबिया’ और ‘लव जिहाद’ को बढावा दिया है, ऐसा स्पष्ट प्रतिपादन हिन्दी चलचित्र सृष्टि की अभिनेत्री पायल रोहतगी ने किया है । ‘लव जिहाद’ के कारण हरियाणा की निकिता तोमर की हत्या होने के निमित्त हिन्दू जनजागृति समिति ने ‘...और कितनी हिन्दू बहनें लव जिहाद की बलि चढेंगी ?’ इस विषय पर विशेष संवाद आयोजित किया था । उसमें वे बोल रही थीं । *यह कार्यक्रम फेसबुक और यू-ट्यूब के माध्यम से 32084 लोगों ने प्रत्यक्ष देखा तथा 65990 लोगों तक पहुंचा ।*

 इस समय हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने कहा कि, हिन्दू युवती यदि मुसलमान युवक से प्रेम करे, तो चलता है; परंतु जब ‘राहुल राजपूत’ नामक हिन्दू युवक किसी मुसलमान युवती से प्रेम कर रहा हो, तो उसे क्यों मार डाला जाता है ? तब कहां जाता है आपका ‘सेक्युलरवाद’? यदि करीना कपूर सैफ अली खान से विवाह करती हो, तो ‘तैमूर’ का ही जन्म होगा । हिन्दुआें को यदि छत्रपति शिवाजी महाराज चाहिए हों, उनको जन्म देनेवाली जीजामाता सिद्ध होनी चाहिए । निकिता तोमर को न्याय देने के लिए सर्व हिन्दुआें को एकत्रित आना चाहिए । ‘लव जिहाद’ रोकने के लिए देश में ‘निकिता कानून’ बनना चाहिए । *केरल की आर्ष विद्या समाजम की कु. श्रुती ओ.* ने कहा है कि ‘केरल में लव जिहाद के ४ हजार से अधिक प्रकरणों की जानकारी है । ‘लव जिहाद’ में फंसी हुई लडकियों को हमने एक पाठ्यक्रम द्वारा धर्मशिक्षा देकर वापस लाया है । धर्मशिक्षा ही लडकियों को ‘लव जिहाद’ से बचा सकती है । *‘हिन्दू हेल्पलाइन’ के प्रांत महामंत्री श्री. बिनील सोमसुंदरम* ने कहा कि, ‘लव जिहाद’ आतंकवादियों द्वारा पोसी जानेवाली एक कार्यप्रणाली है । इसमें ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ जैसे संगठन कार्यरत हैं । केरल उच्च न्यायालय ने ‘लव जिहाद’ द्वारा होनेवाला धर्मांतरण रोकने के लिए कानून की आवश्यकता प्रतिपादित की है । *देहली उच्च न्यायालय की अधिवक्ता अमिता सचदेवा* ने कहा, ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ के कारण धर्मांधों को छूट दी गई है । इसलिए ‘लव जिहाद’ करते समय उनके मन में कानून का भय नहीं है । देहली की हिन्दू जनजागृति समिति की *‘रणरागिनी’ शाखा की प्रवक्ता प्रा.(श्रीमती) संदीप कौर मुंजाल ने कहा कि, मैं ३० वर्षों से प्राध्यापक हूं । धर्मांध लडके ‘लव जिहाद’ के लिए प्रयासरत रहते हैं; परंतु हिन्दू अभिभावकों को ‘लव जिहाद’ संबंधी जानकारी नहीं होती । इसलिए उन्हें अवसर मिलता है । 

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