मिथिला हिन्दी न्यूज :-भले ही बिहार में चुनाव खत्म हो गया है पर चौक चौराहे पर चाय के चुस्की लेते जीत हार का विश्लेषण करते नजर आ रहे हैं। समर्थकों का अपना अपना अलग अंकगणित होता है। बिहार में एक ही मुद्दा है इस बार कितना सीट मिलेगा, तो नेताजी की मेहनत पर मतदाता अपनी मुहर लगा देंगे। लगभग एक माह की भागदौड़ के बाद नेताजी अब गुणा-भाग करने में जुट गए हैं। इसके लिए नेताजी ने प्रचार के दौरान हुई चुनावी सभा, लोगों की प्रतिक्रिया आदि का फीडबैक कार्यकर्ताओं से लेना शुरू कर दिया है। जिससे कि अंतिम दो दिन कमजोर पक्षों पर कार्य किया जा सके। खैर, नेताजी की मेहनत का रंग चोखा रहता है या फीका, यह तो 10 नवम्बर के दिन ही पता चलेगा, लेकिन नेताजी अंतिम क्षणों तक भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते। बिहार विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाने के लिए इस बार जदयू भाजपा साथ-साथ तो महागठबंधन भी मैदान में हैं। लोजपा सियासी अखाड़े में एक-दूसरे का गणित बिगाड़ने की पूरी जुगत लगा रहे हैं। एनडीए और महागठबंधन का सियासी गुणा-भाग गड़बड़ाने के लिए लोजपा ने भी पूरा दम लगाया हुआ है।पप्पू यादव जाप, व रोलसपा ने भी एनडीए व महागठबंधन को टक्कर देने के लिए कमर कसी हुई है। अब प्रत्याशियों की धड़कने और बढ़ गई हैं। ऐसे में प्रचार के दौरान कहां कितना समर्थन मिलने की संभावना बनी और लोगों की क्या प्रतिक्रिया रही इसका फीडबैक लेना उन्होंने शुरू कर दिया है। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से राय-मशविरा शुरू कर दिया गया है।