राजकुमार का दर्जा हासिल करने वाले बुध ग्रह 28 नवंबर को शुक्राचार्य की तुला राशि से मंगल की वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस राशि में बुध ग्रह 17 दिसंबर तक स्थित रहेंगे। उसके बाद वह देव गुरु बृहस्पति की धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे।बुध ग्रह को बुद्धि, विवेक और वाणी का प्रतीक माना जाता है। इन्हें बिजनेस का कारक भी कहा जाता है। मिथुन व कन्या राशि बुध की अपनी राशियां हैं। कन्या राशि में यह उच्च स्थिति में होते हैं जबकि मीन राशि में बुध नीच के हो जाते हैं। सूर्य और शुक्र के साथ बुध की बहुत मित्रता रहती है जबकि देव गुरु बृहस्पति के साथ उनके संबंध सामान्य रहते हैं और चंद्र-मंगल शत्रु हैं।
28नवंबर को बुध ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं और वृश्चिक मंगल ग्रह की राशि है, जो बुध को अपना शत्रु मानते हैं। अतः इस राशि में बुध बहुत सहज नहीं रहेंगे। बुध के इस राशि में गोचर करने से सभी 12 राशियों प्रभावित होंगी। कर्क राशि, कन्या राशि, कुंभ राशि और मीन राशि के लिए बुध का यह गोचर बहुत शानदार रहने वाला है।
मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु और मकर राशि के लिए यह गोचर कोई बहुत अच्छा नहीं रहेगा। वृषभ और वृश्चिक राशि के लिए यह गोचर मिलाजुला रहने वाला है।
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बेहतर परिणाम जानने हेतु जन्मकुंडली का अध्यन जरूरी होता है।