प्रिंस कुमार
पताही प्रखण्ड क्षेत्र के किसानों को रबी की फसल के बीज के लिए दुकानों का चक्कर लगाना पड रहा है। ऑनलाइन आवेदन करने और मोबाइल नम्बर पर ओटीपी मिलने के बाद भी किसानों को गेहूं, मसूर,मक्का का बीज नहीं मिल पा रहा है। किसान दुकानदारो के पास दौड़ते दौडते थक चुके हैं। एक तरफ किसानों के खेतों की नमी खतम हो रहा है दुसरी तरफ उन्हें बीज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में दुकानदार ने बताया कि मसूर का बीज बीआरबीएन कम्पनी द्वारा प्रखण्ड को मसूर का बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है वहीं गेहूं का बीज कम्पनी द्वारा गलत लोड कर दिया गया है जिससे तत्काल बीज वितरण रोक दिया गया है। गेहूं का दो सौ 41क्विन्टल उपलब्ध है जिसे कम्पनी द्वारा गलत लोड कर दिया गया है जिससे वितरण रोक दिया गया है दो से तीन दिन में सुधार करवा कर गेहूं का बीज वितरण किया जाएगा। इधर किसान प्रिन्स कुमार, सुमित्रा देवी, रामकिशोर सिंह, पवन,जयमंगल, कृष्ण मोहन आदि किसानों ने बताया कि नई सरकार से हम सभी किसानों को अच्छी उम्मीद थी कि समय पर खाद बीज उपलब्ध करवाएगी। लेकिन नयी सरकार भी किसानों के लिए कुछ नहीं कर पा रही हैं। हम सभी किसानों की माली हालत ठीक नहीं है। हम सभी किसान अभी धान एक हजार से ग्यारह सौ रूपये प्रति क्विंटल धान बेचने को मजबूर हैं। वहीं रबी की फसल लगाने के लिए सरकार द्वारा समय पर खाद बीज उपलब्ध नहीं करा पायी है। बीज अगर प्रखण्ड के दुकानदारों के पास उपलब्ध भी है तो वे तरह तरह के बात कह कर बीज नहीं दे रहे हैं।हमलोगों के खेतों की नमी खतम हो रही है। अब सवाल उठता है कि किसानों की समस्याओं को सुनने वाले कोई अधिकारी नहीं है क्या, कैसे सरकार किसानों की आमदनी दुगुनी करेंगे। और कब तक किसानों के समस्या का समाधान होगा।