महापर्व को लेकर जिला प्रशासन ने भी की थी व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां
लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ उदयीमान भगवान भास्कर के अर्ध्य देते ही संपन्न हो गया है।
चार दिवसीय महापर्व छठ पहले दिन नहाए खाए, दूसरे दिन खरना , तीसरे दिन भगवान अस्ताचलगामी और आज सुबह उदयीमान सूर्य को अर्ध्य दिया गया।
महा पर्व को लेकर जिले के सभी हिन्दू वर्गों के लोगों ने पूरी आस्था के साथ पर्व को मनाया है। इस पावन पर्व को मनाने को लेकर जिले के विभिन्न छठ घाटों, तथा कृत्रिम घाटों पर, एवं निजी घाटों पर महा पर्व छठ मनाया गया है।
गौरतलब हो कि छठ पर्व लोक आस्था एवं जन संस्कृति का एक महापर्व है ।भगवान सूर्य की उपासना का यह अनुष्ठान सुख समृद्धि और आरोग्यता एवं मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए अपार श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है।
भगवान सूर्य की पूजा अर्चना एवं लोक आस्था से जुड़े छठ पर्व से हमें साधना, तप, सदाचार, मन की पवित्रता तथा सर्वत्र स्वच्छता और निर्मलता बनाए रखने की सत्य प्रेरणा मिलती है।
इस पावन पर्व व व्रत को पूरी श्रद्धा, भक्ति, निष्ठा ,बंधुत्व, सामाजिक समरसता और एकता की भावना के साथ मनाया गया है।
जिले के प्रशासनिक पदाधिकारियों सहित सामाजिक संगठनों एवं प्रबुद्ध जनों ने छठ पर्व के पुनीत अवसर पर समस्त जिले वासियों सहित बिहार वासियों व देशवासियों को बधाई देते हुए उनके सुखी ,वैभव पूर्ण और उल्लसित जीवन की मंगल कामना की है।
छठ पर्व को शांतिपूर्ण मनाने को लेकर, जिला प्रशासन एवं नगर पंचायत के द्वारा भी सुरक्षा के एवं व्यापक प्रबंध किए थे। प्रत्येक छठ घाटों पर पुलिस प्रशासन की व्यवस्था की गई थी वही जिला प्रशासन, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारीयों, अंचल अधिकारीयों, थाना प्रभारी लगातार क्षेत्र भ्रमण कर विधि व्यवस्था का जायजा लेते रहे।