मोरवा/संवाददाता।
मोरवा में गोबर एवं मिट्टी के बने हुए दीपों से दीपावली मनाने का संकल्प लिया गया है। मोरबा बुद्धिजीवी संघ के द्वारा गोबर को सुखाकर दीप बनाए गए हैं। ऐसे ही दीप बनाकर घरों में जलाने की प्रेरणा सैकड़ों लोगों को भी दी गई है। गोबर से बने हुए दीप से किसी भी प्रकार के प्रदूषण की समस्या नहीं उत्पन्न होती है। इसकी जानकारी घूम घूम कर कार्यकर्ताओं के द्वारा दी जा रही है। उसके साथ हैं बाजार के दीप के बजाय स्थानीय ग्रामीण कुंभ कारों के द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीए को जलाकर माता लक्ष्मी की पूजा में अर्पण करने का संकल्प लिया गया है। मोरवा प्रखंड में विगत 17 वर्षों से मिट्टी के दीए का ही प्रचलन होता चला आ रहा है। विगत चार-पांच वर्षों से लोगों बाजारों से सिंथेटिक दिए खरीदने लगे थे जिसके कारण वायु प्रदूषण एवं वातावरण प्रदूषण की समस्या उत्पन्न ना हो जाती थी। इस बार के दीपावली में गाय के गोबर से बने हुए दीपों एवं मिट्टी के बने हुए दीपों से दीपावली मनाने की बड़े जोर शोर के साथ हर्षोल्लास पूर्वक तैयारी शुरू कर दी गई है।