-परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने के लिए किया जाएगा प्रेरित
- 21 से 31 जनवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन
प्रिंस कुमार
जनवरी में मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत होगी। यह अभियान 31 जनवरी तक चलेगा और दो चरणों में पूरा होगा। सिविल सर्जन डॉ आरपी सिंह ने कहा कार्यक्रम के दौरान योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मिशन परिवार विकास अभियान दो चरणों में चलेगा। अभियान के तहत 14 से 20 जनवरी तक दंपती संपर्क सप्ताह मनाया जाएगा जबकि 21 से 31 जनवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया पखवाड़े के दौरान आमजन में जागरुकता लाने के लिए सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल व प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर जोर दिया जाएगा।
आशा व आशा फैसिलिटेटरों को मिला प्रशिक्षण
जनवरी से प्रारंभ होने वाले परिवार नियोजन पखवारेड़े को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला के सभी 24 प्रखंडों में आशा व आशा फैसिलिटेटरों को प्रशिक्षण दिया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों के इस प्रशिक्षण को केयर इंडिया द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान किया गया। केयर की डीटीएल पल्लवी बोस ने कहा प्रशिक्षण की मदद से ये स्वास्थ्यकर्मी अपने क्षेत्र में परिवार नियोजन के लिए योग्य दंपतियों का सर्वे करेंगी। साथ ही वैसे दंपतियों का भी सर्वे किया जायेगा, जिनकी सिर्फ एक संतान हैं। दो बच्चों के बीच अंतराल बनाये रखने के महत्व पर चर्चा करने के साथ उन्हें परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जायेगी।
आशा व एएनएम योग्य दंपतियों की सूची तैयार करेंगी
परिवार नियोजन पखवाड़ा का उद्देश्य आमजन में सही उम्र में शादी, शादी के कम से कम दो साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतराल, प्रसव पश्चात या गर्भपात के पश्चात परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी उपाय की जानकारी देकर जागरूकता लाने व परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी पर बल देना है। इसके लिए आशा व एएनएम द्वारा योग्य दंपतियों की सूची तैयार की जायेगी। परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नसबंदी शिविर के आयोजन किया जाएगा।