मोरवा/संवाददाता
कोहरे और कड़ाके की ठंड के बावजूद मोरवा के किसान अपने खेतों में खेती के काम में पूरी तरह संलग्न हैं। आलू की बुवाई हो या गेहूं की बुवाई, मकई और गेहूं की सिंचाई सभी कार्यों को किसानों के द्वारा कड़ाके की ठंड में ही पूरा करना पड़ रहा है। कोहरे और कड़ाके की ठंड में भी व्यासपुर सहित मोरवा प्रखंड के सभी पंचायत में किसान अपने तंबाकू की फसल में भोकनी,मुरियौनी एवं कनैल तोड़ने से लेकर सारे कार्यों को करने में लगे हुए हैं। कड़ाके की ठंड एवं कोहरे में आराम करने की बात पर क्षेत्र के किसान साफ बतलाते हैं कि यदि अभी आराम करेंगे तो साल भर बाल बच्चों के लिए पैदावार के द्वारा राशन पानी का इंतजाम कैसे हो पाएगा। इसके फलस्वरूप घने कोहरे एवं कड़ाके की ठंड की परवाह न करते हुए भी मोरवा के किसान अहले सुबह से ही देर रात तक गेहूं, आलू, मकई एवं तंबाकू की खेती के लिए खेतों में जुटे हुए हैं।