समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड के इन्द्रवाड़ा पंचायत के बाढ़ राहत से वंचित सिकरवार पीड़ितों ने प्रखंड मुख्यालय पर शनिवार को धरना प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों द्वारा प्रखंड प्रशासन की लापरवाही के विरुद्ध जुलूस निकालकर जमकर नारेबाजी की गई। इन्द्रवाड़ा पंचायत के वार्ड संख्या चौदह, पन्द्रह और सोलह के दो सौ से अधिक बाढ़ पीड़ितों के द्वारा बाढ़ राहत से वंचित कर दिए जाने का आरोप लगाया जा रहा था। आक्रोशित लोगों के अनुसार पूर्व विधायक विद्यासागर सिंह निषाद के द्वारा प्रखंड के एक दर्जन बाढ़ पीड़ित पंचायतों के साथ इन्द्रवाड़ा पंचायत के सभी बाढ़ पीड़ित लोगों की भी सूची बनाकर जिलाधिकारी को दिए जाने का निर्देश दिया गया था। तत्कालीन विधायक के आदेशानुसार सीओ प्रीति लता द्वारा सूची बनाकर जिला प्रशासन को भी भेजी गई थी। इसके बावजूद कुछ लोगों को तो राहत दी गई बाद बाकी अधिकांश बाढ़ पीड़ितों को भेदभाव करते हुए छोड़ दिया गया। बाढ़ राहत से वंचित लोगों के द्वारा सभी बाढ़ पीड़ितों को राहत दिए जाने की मांग के बाद सीओ द्वारा बताया गया कि जिला प्रशासन द्वारा अब बाढ़ पीड़ितों को राहत देने का आदेश रद्द कर दिया गया है। इस बात से आक्रोशित होकर वंचित बाढ़ पीड़ितों ने उन्नीस दिसंबर को प्रखंड मुख्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन और जुलूस के आयोजन का ज्ञापन सौंपा था। प्रखंड मुख्यालय पर आयोजित आक्रोश पूर्ण धरना प्रदर्शन के भय से प्रखंड के किसी भी पदाधिकारी ने प्रखंड मुख्यालय पहुंचना मुनासिब नहीं समझा।फलस्वरूप सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों में आक्रोश और भी उबल उठा और जिला प्रशासन एवं प्रखंड प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई। सभी बाढ़ पीड़ितों को जब तक राहत नहीं दी जाएगी तब तक चरणबद्ध आंदोलन करते रहने का निर्णय लिया गया। पंचायत के धरना प्रदर्शन कारियों के समक्ष किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने की सूचना मिलते ही पंचायत के मुखिया कुमारी वंदना, मुखिया प्रतिनिधि तथा पूर्व पंचायत समिति सदस्य संजय कुमार राय ने पहुंचकर सभी प्रदर्शनकारियों को सीओ एवं बीडीओ से मिलकर अति शीघ्र समस्या समाधान का आश्वासन देते हुए धरना प्रदर्शन समाप्त कराया गया। सीओ प्रीति लता के अनुसार जिला प्रशासन के महत्वपूर्ण निर्देशानुसार अति व्यस्ततम कार्यक्रम होने के कारण प्रखंड मुख्यालय नहीं पहुंचने का कारण बताते हुए, बाढ़ पीड़ितों द्वारा धरना प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त होने, एवं बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं को जिला प्रशासन को जानकारी देकर जो भी दिशा निर्देश प्राप्त होगा उसके अनुसार अग्रेतर कार्रवाई की जानकारी दी गई। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व सनोज सहनी, अंचल सहनी, वार्ड सदस्य विनोद सहनी, लक्ष्मीनिया देवी, गीता देवी, सीता देवी, लक्ष्मी देवी, शांति देवी, सुशीला देवी,मंती देवी आदि लोग कर रहे थे। धरना प्रदर्शन में सैकड़ों स्त्री-पुरुष शामिल हुए थे।