मिथिला हिन्दी न्यूज :- सारण प्रमंडल की राजनीति में वर्ष 2020 में माझी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव में दलीय प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए दूसरे पायदान पर पहुंचने वाले युवा तुर्क के नेता राणा प्रताप सिंह उर्फ डबलू सिंह ने सबको प्रभावित किया।भाजपा के एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले राणा प्रताप सिंह ने सर्वप्रथम 2010 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तालुका और इन्हें ढाई हजार वोट आया,वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भी माझी विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोका था और 15 हजार के लगभग इन्हें वोट आया था उस विधानसभा चुनाव में एनडीए की तरफ से लोजपा ने केशव सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था जबकि महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस के विजय शंकर दुबे उम्मीदवार थे कांटे की टक्कर में विजय शंकर दुबे यहां से चुनाव जीतने में सफल हुए थे पर सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले उम्मीदवार के रूप में तीसरे पायदान पर रहने वाले राणा प्रताप सिंह ही थे। 2020 के चुनाव से पहले यह भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में माझी विधानसभा क्षेत्र में काफी सक्रिय थे पार्टी ने भी इन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दी थी भाजपा से इनका टिकट फाइनल था स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के काफी करीबी थे पर जोड़-तोड़ गठजोड़ के खेल में अंतिम समय में यह सीट जदयू के खाते में चली गई और जदयू ने यहां से माधवी सिंह को उम्मीदवार बना दिया बावजूद इसके पूरे दमखम के साथ राणा प्रताप सिंह मैदान में डटे रहे और जिसका परिणाम हुआ कि जदयू प्रत्याशी इनसे काफी पीछे रह गए 40,000 के लगभग वोट लाकर दूसरे पायदान पर रहे। यहां से माले प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल हुए राणा प्रताप सिंह विगत 15 वर्षों से माझी विधानसभा क्षेत्र में एक समाजसेवी के रूप में सक्रिय हैं इनको मिले वोट इनकी मेहनत और क्षेत्र के सभी वर्गों के लोगों के बीच इनकी लोकप्रियता को दर्शाता है राणा प्रताप सिंह कहते हैं कि बिना किसी राजनीतिक विरासत के राजनीति में आए क्षेत्र के लोगों का प्यार दुलार स्नेह उन्हें हमेशा मिलते आया है दो बार विधानसभा का चुनाव लड़े दोनों बार जिस दल से टिकट चाहते थे उन्हें धोखा मिला जिन लोगों के लिए वे दिन रात लगे रहे उन लोगों ने भी अंतिम समय में मुंह मोड़ लिया बावजूद इसके क्षेत्र की जनता ने इनके प्रति विश्वास जताया और एक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में माझी के लोगों ने इन्हें जो प्यार दिया उसके यह कर्जदार है राजनीतिक समीक्षक मानते हैं कि सारण प्रमंडल में सभी निर्दलीय प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा वोट लाकर राणा प्रताप सिंह ने आने वाले भविष्य के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर दी है।