मोरवा/संवाददाता।
समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड के सारंगपुर पश्चिमी पंचायत में जलजमाव के कारण पांच एकड़ से अधिक भूमि में गेहूं की खेती असंभव हो गई है। इससे किसानों में भारी मायुषि छा गया है, जानकारी हो कि भारी वर्षा एवं नून नदी की बाढ़ के कारण क्षेत्र के अन्य पंचायतों की तरह सारंगपुर पश्चिमी पंचायत भी बाढ़ ग्रस्त हो गया था। तत्कालीन विधायक विद्यासागर सिंह निषाद के द्वारा जिलाधिकारी से इस पंचायत को भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करते हुए धान क्षतिपूर्ति अनुदान के लिए आग्रह किया गया था। कृषि समन्वयक प्रभात कुमार सिंह एवं सलाहकार मिथिलेश कुमार के अनुसार पंचायत के पांच सौ एकड़ से अधिक भूमि में धान की फसल नुकसान की रिपोर्ट बी ए ओ के मार्गदर्शन में प्रखंड एवं अंचल से अनुशंसा के बाद जिला मुख्यालय भेजा गया था। इसके बावजूद सारंगपुर पश्चिमी पंचायत के सैकड़ों किसानों को धान क्षतिपूर्ति का अनुदान से वंचित होना पड़ रहा है। जहां धान क्षतिपूर्ति का अनुदान नहीं मिला वही जलजमाव के कारण गेहूं की खेती नहीं हो पाने से क्षेत्र के किसान के परिवार एवं परिजनों के समक्ष भुखमरी का संकट अभी से मंडराने लगा है। पीड़ित किसानों के द्वारा जिला प्रशासन से धान क्षतिपूर्ति का अनुदान दिलाने की मांग की गई है।