मिथिला हिन्दी न्यूज :-अगर आप एक सीतामढ़ी जिले में दाखिल खारिज के आवेदन जमा कर रहे हैं तो साथ में आपको घूस देने के लिए रुपए पास रखने होंगे। इसके लिए राजस्व कर्मचारी द्वारा पैसों की मांग की जाती है अगर आप पैसा नहीं देंगे तो आप अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते रहेंगे लेकिन आपका दाखिल खारिज नहीं होगा। सरकार ने आरटीपीएस व अन्य सुविधायें दे रही हो। लेकिन इसका फायदा आम लोगों को नहीं मिल रहा है।इस पर समाजवादी विचार मंच के अध्यक्ष रीतेश कुमार गुड्डू ने बताया पदाधिकारी सिर्फ जनता के आंखो में धूल झोंकने के लिए दाखिल खारिज में तेजी लाने की आदेश देती है।एक वर्षों में पांच बार इस तरह का आदेश निर्गत कर चुकी है परन्तु उनके आदेश का हल्का कर्मचारियों , अंचल निरीक्षक या अंचलाधिकारी पर कोई प्रभाव नहीं पर रहा है। सर्व विदित है कि पांच से दस हजार रूपए लेकर दाखिल खारिज किया जाता है। रितेश ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि दाखिल खारिज में लिए जाने वाले घुस का एक बड़ा हिस्सा एक वरिय पदाधिकारी को भी मिलता है। रीतेश कुमार गुड्डू ने मुख्यमंत्री , एवं राजस्व मंत्री बिहार सरकार से जिले में दाखिल खारिज के नाम पर हो रहे लूट खसोट की जांच किसी आयोग से करने एवं सभी हल्का कर्मचारियों,अंचल निरीक्षक एवं अंचलाधिकारी की संपत्ति की जांच कराने की मांग की है। रीतेश कुमार गुड्डू ने आम लोगों से भी अपील की है कि अगर दाखिल खारिज के नाम पर घुस मांगा जाता है तो उसके खिलाफ आवाज उठाए।