दरअसल, 23 जनवरी को तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर एक समारोह में "जय श्री राम" का जाप करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में कार्यक्रम को संबोधित करने से इनकार कर दिया। ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए कांग्रेस ने कहा कि इस तरह के नारे लगाना मुख्यमंत्री का अपमान है, जबकि सीपीएम ने इसे राज्य का अपमान करार दिया।पश्चिम बंगाल विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुधवार से शुरू हुआ। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने और आंदोलनकारी किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए यह विशेष सत्र बुलाया है। आज सत्र का आखिरी दिन है। The जय श्री राम ’के नारे के खिलाफ टीएमसी द्वारा आज निंदा प्रस्ताव लाया जा सकता है।
वाह रे राजनीति : कांग्रेस और माकपा ''जय श्री राम'' के नारे पर तृणमूल के निंदा प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगी
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يناير 27, 2021