सर्दियों के मौसम में बहुत सारे पौष्टिक आहार खाने को मिलता है. तरह-तरह की पत्तेदार सब्जियां मिलती है जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. ऐसी ही एक सब्जी है मूली. मूली के पत्तों को आमतौर पर फेंक दिया जाता है, जबकि ऐसा करके आप अपनी ही हानि करते हैं, क्योंकि किन आपको बता दें कि मूली के पत्तों में मूली से भी ज्यादा पोषण होता है. इसमें विटामिन ए, विटामिन बी, सी के साथ ही क्लोरीन, फास्फोरस, सोडियम, आयरन, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और पेट के लिए फायदेमंद होने के साथ ही मूत्र विकारों में भी बेहद लाभकारी होते हैं.
-मूली के पत्तों का नियमित सेवन करने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मूली के पत्ते शरीर के अंदर लाल रक्त कोशिकाओं को मरने नहीं देते हैं.
-मूली की ही तरह मूली के पत्तों में भी पेट को साफ करने और पाचन को सही रखने के गुण पाए जाते हैं. पत्तों में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है तो ये आपके स्टूल (पॉटी) को भी सॉफ्ट बनाते हैं. यदि आपको कब्ज की समस्या है तो आप मूली के पत्तों की भाजी खाएं. पेट साफ ना होने के साथ ही कब्ज के हैं ये 9 अन्य लक्षण, जानें इस समस्या के कारण और निवारण.
-मूली में रोग प्रतिरोधक क्षमता पाई जाती है क्योंकि इसमें विटमिन-सी होता है. मूली के पत्तों में भी शरीर को रोगों से बचाने की यह क्षमता पाई जाती है. इनमें मौजूद फॉलिक एसिड आपकी बोन्स और मसल्स को मजबूत बनाने में सहायता करता है.
-मूली ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का काम करती है. इसलिए जिन लोगों को शुगर की समस्या हो उन्हें मूली के पत्तों की भाजी और पराठे अवश्य खाने चाहिए. कुछ खाते ही पेट में भारीपन लगता है तो भोजन के बाद ये 5 चीजें खाने से मिलेगा तुरंत लाभ.
-यदि आपको बार-बार जुकाम हो जाता है तो आपको सर्दियों के मौसम में सप्ताह में कम से कम तीन बार मूली के पत्तों का साग और भाजी खानी चाहिए. ये पत्ते प्रकृति में गर्म होते हैं और आपके शरीर को गर्माहट देने का काम करते हैं.
-आपको बता दें कि यदि आप सर्दियों के 4 महीनों में नियमित रूप से मूली के पत्तों से बने साग या भाजी का सेवन कर लें तो आपका लिवर पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है. हर हफ्ते तीन से चार बार मूली के पत्तों का सेवन करने से पीलिया रोग नहीं होता है. ऐश्वर्या ने बताया अपनी निरोग त्वचा का राज, इस तरह करती हैं शहद का उपयोग.