- कोरोना टीके को लेकर गांव के गरीब मजदूरों में किसी प्रकार का डर नहीं
खेत में अपने घर के लिए बांस काट रहे उमा महतो ने कहा कि न हमको कोरोना था और न ही अब तक हुआ है, फिर भी हम कोरोना का टीका लगवायेंगे। 34 वर्षीय उमा महतो जिले के तरियानी प्रखंड के माधोपुर छाता गांव में रहते हैं। उमा ने कहा कि कोरोना के टीके को लेकर किसी प्रकार का डर नहीं है। कुछ लोग विरोध कर रहे हैं, वो गलत कर रहे हैं। सरकार कर रही है, तो अच्छे के लिए कर रही। टीकाकरण हो रहा है यह कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए हो रहा है, यह अच्छी बात है। गांव के गरीब लोग चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द उन्हें कोरोना वैक्सीन दिलाए, जिससे जिंदगी की गाड़ी पटरी पर दौड़ने लगेगी।
टीकाकरण को लेकर कोई भ्रम नहीं
गांव के ही संजीव ने बताया कि कोरोना महामारी के खिलाफ 16 जनवरी से भारत में दो स्वदेशी टीकों के साथ टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है। मेरा मानना है कि कोरोना का टीका सब लोगों को लगना चाहिए। हमारे गाँव में टीकाकरण को लेकर कोई भ्रम नहीं है, बल्कि लोग चाहते हैं कि टीकाकरण हो जाए तो अच्छा होगा।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए वैक्सीन जरूरी
शिवहर में वाशिंग सेंटर में काम करने वाले संजय ने बताया कि हमारा सिर्फ इतना ही कहना है कि अगर कोई बीमारी महामारी का रूप ले चुकी है तो टीका ज़रूर लगवाएंगे। गांव में सभी लोगों को लगवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षित वर्ग के लोग कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे और जब लोग एक-दूसरे को देखेंगे तो फिर सभी लोग लगवाएंगे। मेरे हिसाब से स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से और सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी को वैक्सीन लगनी चाहिए।
मैं तो टीका जरूर लगवाऊंगा
माधोपुर छाता गांव के युवा मनीष कुमार ने बताया कि कोरोना ने हमें बहुत परेशान किया है। इसके खात्मे के लिए देश के वैज्ञानिकों ने टीका तैयार किया है। यह हमारे लिए बहुत गर्व और खुशी की बात है। उम्मीद करता हूं कि अब कोरोना को भगाने का टीका देश में तैयार हो गया है तो देर-सवेर कोरोना का खात्मा हो ही जाएगा। मुझे और मेरे परिवार को तो बहुत इंतजार था कोरोना के टीके का। शिवहर में जहां कहीं भी लगेगा मैं और मेरा परिवार टीका लगवाने जरूर जाएगा। वैक्सीन मुफ्त मिलनी चाहिए।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
- एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
- सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
- अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
- आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।