आर्टिस्ट वेलफेयर एसोसियेशन ने कार्यक्रम करने वाले कलाकारों को देह व्यापार में संलिप्त रहने का लगाया आरोप।
नकली कलाकार कर रहे हैं जिस्मफरोशी और शराब पार्टी
पटना- कला भारतीय संस्कृति की धरोहर समझी जाती है लेकिन जब कला बिकाऊ होने लगे तो कला का अस्तित्व खतरे में पर जाता है। गुरुवार को प्रोफेशनल आर्टिस्ट वेलफेयर एसोसियेशन ने पटना में एक संवाददाता सम्मलेन आयोजित कर ‘कला के आड़ में हो रहे देह व्यापार’ का बड़ा खुलासा किया है।
बता दें कि एसोसियेशन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र भारती ने कहा कि आज हमारे बिहार में कला के नाम पर जो देह व्यापार हो रहा है वह निंदनीय है, और इससे हमारी कला और हम कलाकारों को बदनाम किया जा रहा है। जिसके कारण हम कलाकारों को काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा है।
उन्होंने बताया कि बाहर से जो तथाकथित कलाकार बिहार में कार्यक्रम करने आते हैं उनके लिए कार्यक्रम एक बहाना होता है और वह कला प्रदर्शन के नाम पर अपने जिस्म का प्रदर्शन कर अपने आयोजकों के साथ जिस्मफरोशी का धंधा चलाती है और कला के नाम पर मोटे रकम कमाती है।
वहीं सचिव पप्पू गुंजन ने आगे पत्रकारों को बताया कि बाहर से कुछ ऐसी लडकियां पटना आती है जो यहाँ रूम लेकर रहती है और अपने जिस्म के जाल में असामाजिक तत्वों को फंसा कर उसे संरक्षण देती है साथ ही सरकार के शराबबंदी कानून को तोड़ते हुए खुला शराब पार्टी भी करती है जो वह नकली कलाकार लडकियां अपराध को भी संरक्षित करने में कोई कसर नहीं छोडती है।
इस कार्यक्रम में मौजूद रहे पप्पू गुंजन, अभिषेक कुमार, देव प्रकाश केसरी, राजेश सिन्हा, बबिता मिश्रा, सोनम शिवम, अर्चना राय, कोथा, एंजल शर्मा, मधुप्रसाद।