बथनाहा मे नल-जल योजना निर्माण कार्य की गुणवत्ता की खुली पोल, निर्माण के एक माह बाद ही धरासाई हुई स्ट्रक्चर
बथनाहा प्रखण्ड के अंतर्गत सात निश्चय योजना के तहत राज्य सरकार नल-जल योजना से गांव के सभी घरों में पानी पहुचाने को लेकर जमीनी स्तर पर इस योजना का हश्र अत्यंत चिंताजनक है।
सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना को अमली जामा पहनाने के लिए जिला प्रशासन तमाम कोशिश कर रही हैं।बावजूद कुछ जनप्रतिनिधि इस योजना की राशि बंदरबाट करके राज्य सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं।लाखों खर्च के बावजूद नल से जल नही टपक रहा है।पाइप लाइन टूटी है तो कही नल की टोटी गायब है।कही जल मीनार शोभा की वस्तु बना है तो कही पानी देने से पूर्व जल मीनार ध्वस्त हो रहा है। इन सारी खामियों के कारण पंचायत वासियों को नल के जल से गला तर करने का सपना बनकर रह गया है।
प्रखंड क्षेत्र के महुअवा पंचायत के वार्ड 5 में एक माह पूर्व लगे जल मीनार बिना आंधी तूफान के ही पानी देने से पूर्व धरासाई हो गई है।जिससे इसके निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल गई है।इस संबंध जानकारी लेने को लेकर वार्ड सदस्य रामाशीष महतो से संपर्क करने की कोशिश की पर वे अपना मोबाइल उठाना मुनासिब नही समझे ।वही पंचायत के मुखिया लाल बाबू भगत ने बताया कि वार्ड 5 में दो जल मीनार के लिए लगभग 25 लाख रुपये की राशि दिया गया था। मुखिया ने कहा है कि मीनार कैसे गिरा जांच का विषय है।
इस संबंध में बीडीओ राजीव कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी डीपीआरओ को दी जा चुकी है।निर्देश मिलते ही दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी ।बताते चले 14 वार्ड वाले इस पंचायत मे नल जल योजना मे कुल राशि एक करोड़ 68 लाख खर्च की गई है। बावजूद लोगों के घरों तक जल पहुचने का इंतजार है।विकास की बात इस पंचायत में सिर्फ कागजों पर सीमटकर रह गया है।