उत्तराखंड को हिलाए बाढ़ को आए बारह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी की भी पहचान नहीं हो पाई है। बचाव दल को अब तक 20 लोगों के शव मिले हैं जबकि आठ मानव अंग मिले हैं। अब, राज्य सरकार ने चमोली में 17 लोगों के लापता होने की घोषणा की है। इसके लिए आदेश जल्द ही जारी किया जाएगा। लापता घोषित किए जाने के बाद आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 203 हो जाएगी। सरकार चमोली और आसपास के इलाकों में लापता होने की जांच कर रही है। कुछ मृत पाए गए हैं जबकि अन्य को जीवित बचा लिया गया है।ग्लेशियर टूटने के बाद चमोली के रैनी गांव के पास ऋषिगंगा नदी पर बनी एक कृत्रिम झील में लाखों लीटर पानी जमा हो गया है। जो किसी भी समय आसपास के क्षेत्रों के लिए खतरा पैदा कर सकता है। जैसा कि झील का मुँह छोटा है, पानी धीमी गति से बह रहा है लेकिन ITBP कर्मियों ने झील का मुँह 15 से 20 फीट तक चौड़ा कर दिया है। SDRF कमांडेंट नवनीत भुल्लर ने कहा कि झील के मुहाने को चौड़ा करने के लिए काम चल रहा है।