शिक्षा-स्वास्थ्य-रोजगार के प्रति सरकार गंभीर नही, तेज होगा आंदोलन- प्रिंस राज
बिहार बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए आइसा के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य सह जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा है कि बजट को छात्र-युवाओ के प्रति निराशाजनक करार दिया है।
उन्होंने कहा है कि बजट में शिक्षा के क्षेत्र में गोलमटोल बातें की गई हैं। छात्राओं को कुछ प्रोत्साहन राशि देेकर सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन बदहाल स्कूलों-काॅलेजों की संस्थागत संरचना को ठीक करने, उच्च शिक्षा, रिसर्च वर्क आदि पर बजट में एक शब्द तक नहीं है। यदि हमारे विवि के एकैडमिक कलैंडर ठीक ही नहीं होंगे तब छात्राओं को कैसे शिक्षित किया जा सकता है? हर अनुमंडल में एक डिग्री काॅलेज की बहुत पुरानी मांग है, लेकिन सरकार ने इसपर चुपी साध रखी है। कुछ पाॅलिटेक्निक, आईटीआई जैसे संस्थानों की चर्चा करके सरकार दरअसल कुशल वर्कर ही पैदा करने का काम कर रही है।
कोविड काल में बिहार के स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल हम सबने देखा। उच्च मेडिकल संस्थानों तक में सुविधाओं का घोर अभाव था। नीचे के अस्पतालों की तो बात ही करना बेमानी है। न महिला डाॅक्टर हैं, न ब्लड की सुविधा और न ही जांच की. कोविड के दौरान हुए संस्थागत भ्रष्टाचार की बातें भी अब हम सबके सामने है।
आइसा नेता ने कहा कि बजट में शिक्षा-स्वास्थ्य-रोजगार के प्रति सरकार गंभीर नही दिख रही है। जिसको लेकर मिथिलांचल में आंदोलन को तेज किया जाएगा।
प्रिंस राज- जिला अध्यक्ष, आइसा