- डीएम ने कहा बिल्कुल सुरक्षित है टीका, कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं
शिवहर, 6 फरवरी|
कोरोना टीकाकरण के दूसरे फेज में शनिवार को जिलाधिकारी सज्जन आर ने सदर अस्पताल में कोरोना का टीका लगवाया। डीएम ने टीका लेने के बाद कहा कि कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि जब भी आपकी बारी आए तो टीका जरूर लगवाएं। मौके पर सिविल सर्जन डॉ. राजदेव प्रसाद सिंह, डीआइओ डॉ. एके सिन्हा, डीपीएम पंकज कुमार मिश्रा, यूनिसेफ के संजीत रंजन, यूएनडीपी के योगेंद्र तिवारी व पाथ के जिला समन्वयक अरविद कुमार सिन्हा आदि उपस्थित रहे।
दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्करों को टीका
जिले में अब दूसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत शनिवार से हो गई। दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण किया जाएगा। इसके तहत सभी सरकारी विभागों से कर्मी और अधिकारियों को टीका लगाया जाएगा। फ्रंटलाइन वर्कर में वह टीम है, जो कोरोना संक्रमितों के इलाज, नियंत्रण व प्रतिरक्षण से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़ी रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दूसरे चरण के टीकाकरण की पूरी तैयारी की गई है। सदर अस्पताल समेत जिले के सभी पीएचसी में टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात कर दी गई हैं ।
शिवहर वैक्सीनेशन के मामले में सूबे में पहले स्थान पर
सिविल सर्जन डॉ. राजदेव प्रसाद सिंह ने बताया कि शिवहर जिले ने पहले चरण में वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा कर लिया है। वैक्सीनेशन के मामले में सूबे में पहला स्थान प्राप्त किया है। अभियान के 11 वें व अंतिम दिन कुल 110 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका लगाया गया। इसके साथ ही जिले में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 2284 हो गया। 71 लोग टीकाकरण के योग्य नहीं पाए गए। इनमें कुछ गर्भवती व कुछ कम उम्र की वजह से टीका नहीं ले पाए। इस तरह शिवहर में पहले चरण का वैक्सीनेशन संपन्न हो गया।
अंतिम दिन 110 स्वास्थ्यकर्मियों को लगा टीका
जिले के तीन केंद्रों पर शुक्रवार को पहले चरण के टीकाकरण अभियान के 11 वें व अंतिम दिन कुल 110 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका लगाया गया। शुक्रवार को पिपराही पीएचसी में सर्वाधिक 50, सदर अस्पताल शिवहर में 40 व तरियानी में 20 लोगों का टीकाकरण किया गया। बताते चलें कि जिले के सरकारी-गैर सरकारी अस्पतालों के 2355 लोगों ने को-विन साफ्टवेयर पर टीकाकरण के लिए निबंधन कराया था। इसके तहत निजी अस्पतालों के 124 चिकित्सक और कर्मियों के अलावा सदर अस्पताल के 180, पुरनहिया पीएचसी के 312, तरियानी पीएचसी के 519, शिवहर पीएचसी के 420, पिपराही पीएचसी के 515 व डुमरी कटसरी पीएचसी के 285 चिकित्सक और कर्मियों ने निबंधन कराया था।