स्वास्थ्य जागरूकता पर पुस्तक का विमोचन एवं नुक्कड़ नाटक का भी मंचन हुआ
सीतामढ़ी। 11 फरवरी
जिला स्वास्थ्य समिति व सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के संयुक्त तत्वधान में चल रहे आईईसी-बीसीसी के दो दिवसीय कार्यशाला का गुरुवार को समापन हो गया। कार्यशाला के माध्यम से विभिन्न ब्लॉक से आए प्रतिभागियों को जन संचार के विभिन्न माध्यमों के बारे में बताया गया। जिसमें प्रिंट मीडिया, ईलेक्ट्रोनिक मीडिया, फोक मीडिया एवं सोशल मीडिया के बारे मे जानकारी दी गयी। कार्यशाला के पहले दिन संचार के विविध विधाओं जैसे नुक्कड़ नाटक, प्रिंट मीडिया, ऑडियो वीडियो और रेडियो के आधार पर प्रतिभागियों को समूहों में बांट कर प्रशिक्षण दिया गया। वहीं दूसरे दिन अपनी-अपनी विधाओं का प्रतिभागियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. राकेश चंद्र सहाय वर्मा, डीएमओ डॉ रविंद्र कुमार यादव, एनसीडीओ डॉ सुनील कुमार सिन्हा, केयर डिटीएल मानस कुमार, डीसीएम समरेंद्र नारायण वर्मा उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य जागरूकता मैगजीन का हुआ प्रकाशन
प्रिंट मीडिया ग्रुप ने अखबारों की महत्ता पर जानकारी का आदान-प्रदान किया। प्रिंट मीडिया ग्रुप ने स्वास्थ्य पर आधारित स्वास्थ्य जागरूकता नाम की एक मैगजीन का प्रारूप बनाकर प्रतिभागियों के समक्ष प्रदर्शित किया। इस मैगजीन में स्वास्थ्य संबंधी कई पहलुओं की जानकारी दी गयी। बताया गया कि विज्ञापन के माध्यम से भी स्वास्थ्य जानकारी लोगों तक पहुंचायी जाती है।
नाटक का हुआ मंचन एवं विडियो बनाकर दिया संदेश
नुक्कड़ नाटक ग्रुप ने कोरोना के प्रति जागरूकता विषय पर नाटक का मंचन किया। नाटक के जरिये कोरोना से बचने और सावधानियों के बारे में बताया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कोरोना टीका के महत्व पर जानकारी दी गयी। वहीं विडियो ग्रुप ने कोरोना टीकाकरण पर विडियो बनाकर संदेश दिया।
सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर चर्चा
सोशल मीडिया ग्रुप के प्रतिभागियों ने रेडियो पर साक्षत्कार करने एवं संदेश प्रसारित करने की बारीकियों को समझ कर उसका प्रस्तुतीकरण भी किया। समुदाय में रेडियो के माध्यम से स्वास्थ्य संचार को सुदृढ़ करने की दिशा में रेडियो की उपयोगिता पर भी प्रतिभागियों ने अपने व्यक्तव्य रखें।
प्रशिक्षण से स्वास्थ्य संचार में मिलेगी मजबूती
समापन सत्र को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. राकेश चंद्र सहाय वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य संचार को सुदृढ़ करने कि दिशा में आईइसी/बीसीसी की कार्यशाला काफी अहम साबित होगी। उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के प्रशिक्षकों ने काफ़ी बेहतर तरीके से प्रतिभागियों का आईईसी/बीसीसी पर व्यवहारिक जानकारी दी है, जो आने वाले समय में उपयोगी साबित होंगी। उन्होंने बताया प्रशिक्षण में दी गयी जानकारी को सभी प्रतिभागी अपने दैनिक कार्य को आसान एवं प्रभावी करने में भी कर सकते हैं।
वहीं विभिन्न ब्लॉक से आए प्रतिभागियों ने यह माना की ऐसे प्रशिक्षणों का आयोजन नियमित स्तर पर हो ताकि स्वास्थ्य संचार को मजबूत करने में सहयोग मिल सके। उपस्थित अधिकारी और प्रतिभागियों ने कार्यशाला के आयोजन करने के लिए सीफ़ार टीम के सदस्यों को धन्यवाद दिया।