सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर मिथिलाक्षर की पाठशाला सजाकर देश-विदेश के करीब दो लाख लोगों को विलुप्त हो चुकी मिथिलाक्षर लिपि में साक्षर बना चुके मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के 150 वां बैच पूरा होने पर इसके तत्वावधान में रविवार को प्राथमिक कक्षा से मैथिली की पढ़ाई शुरू किए जाने एवं धरोहर लिपि मिथिलाक्षर को लेकर सरकार के शिक्षा मंत्री की ओर से गलत बयानी किए जाने को लेकर सभी राजनीतिक दलों का ध्यान आकर्षित करने के लिए ट्वीटर पर 'हैशटैग मिथिलाक्षर' मेगा ट्रेंड चलाया गया। यह जानकारी देते हुए अभियान के वरीय संरक्षक प्रवीण कुमार झा ने बताया कि अपराह्न एक बजे शुरू हुए इस ट्रेंड में बिहार का ट्रेंडिंग स्कोर महज एक घंटे में सर्वोच्च पायदान पर पहुँच गया जबकि ऑल इंडिया रैंकिंग में ट्रेंड के 46वें पायदान तक अपना स्थान बनाने मे कामयाब हुआ। जबकि फेसबुक के प्लेटफार्म पर हम सब 150 बैच के भागीदार अभियान पूरी तरह छाया रहा।
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के संस्थापक पं अजय नाथ झा 'शास्त्री' के नेतृत्व में चलाये गये इस मेगा ट्रेंड में वरिष्ठ संरक्षक अनिल मिश्र, धर्मेन्द्र कुमार झा, जगत रंजन झा, उग्रनाथ झा, कृष्ण कांत झा, दीपक कुमार झा, दीपक आनंद मलिक, रागिनी झा, सोनाली मिश्रा, सोनी सुमन झा, गुंजा झा आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही।
उधर, मधुबनी के गोकुल मथुरा सुड़ी उच्च विद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह में उपस्थित तीन दर्जन से अधिक विधायकों, अनेक मंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद को अभियान के संरक्षक श्री दीपक कुमार झा की अगुवाई में अभियान के एक प्रतिनिधि मंडल ने मिलकर अभियान परिचय पोथी, मिथिलाक्षरक वर्णमाला पोथी एवं मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश पत्रिका के नवीन अंक सहित मिथिलाक्षर को लेकर शिक्षा मंत्री द्वारा की जा रही गलत बयानी पर रोक लगाते हुए प्राथमिक कक्षा से मैथिली की पढ़ाई शुरू किए जाने एवं धरोहर लिपि मिथिलाक्षर को संरक्षित एवं संरक्षित किए जाने संबंधित ज्ञापन सौंपा।
उप-मुख्यमंत्री ने अभियान के डिमांड में विशेष रुचि दिखाते हुए अभियानियों से यथाशीघ्र मंत्रालय मे मिलने को कहा। प्रतिनिधि मंडल मे उग्रनाथ झा , ओमप्रकाश अमर , अमरेन्द्र कुमार लाल , ब्रह्मानंद झा , हिमांशु रंजन , इन्द्रदेव चौधरी , अंकित कुमार पासवान , मिथिलेश कुमार साहु आदि शामिल थे ।