वसंत में विपरीत आमतौर पर सच है। वसंत का मौसम 15 फरवरी से शुरू होगा। अगर हम मौसम में उलटफेर को देखें, तो यह अक्सर पश्चिमी विक्षोभ के कारण बिहार में होता है। यदि यह पश्चिमी विघटन कमजोर है, तो इस विघटन का प्रभाव बिहार के लिए नगण्य होगा। इस बार 11 फरवरी के आसपास बिहार में आसमान में बादल भी देखे गए थे। 14-15 फरवरी को देश के उत्तरी बिहार में कुछ हिस्सों में गैर-मौसमी बारिश होने की संभावना है। इसके कारण बिहार में ठंड हो सकती है। लेकिन दिन का तापमान धीरे-धीरे बढ़ता है। दिन का तापमान अधिकतम 3 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।18-19 फरवरी को देश के पूर्वी तट के साथ-साथ अरब सागर में नमी के कारण बादलों के प्रभाव के कारण मौसम बदल गया। जिसके कारण देश के कुछ हिस्सों में बारिश या ओले गिर सकते हैं। बादल। कुछ हिस्सों में 15 से 20 तारीख तक बारिश होने की संभावना है। जिसके कारण बिहार के आसपास के हिस्सों में मौसम बदल जाता है और बादलों की संभावना बनी रहती है। यदि बादल अधिक नम हैं, तो गरज के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना है। 15 से 21 तारीख तक बिहार में मौसम बदल जाएगा और खराब मौसम की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के उत्तरी पहाड़ी क्षेत्रों में 21 से 6 तारीख तक गैर-मौसमी बारिश होने की संभावना है। जिसके कारण बिहार में रात में ठंडी हवा का प्रभाव बना रहता है। अब 20 फरवरी से, बिहार में दिन का तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा जो कि खड़ी फसलों की खेती के लिए अच्छा माना जाता है। लोगों कहते हैं कि जीरा जैसी फसलें मौसम से प्रतिकूल रूप से प्रभावित होती हैं। पटेल ने कहा है।
गौरतलब है कि डबल सीजन अब शुरू होने के साथ ही सीजन की शुरुआत भी हो जाएगी। रात में ठंड और दिन में गर्मी से मौसमी बीमारी के बढ़ने की संभावना है।