तीनो कृषि कानून रद्द करने,एम एसपी (सीटू+50%)को कानूनी दर्जा देने,पेट्रोल, डीजल तथा एलपीजी गैस की बढ़ी कीमत को वापस लेने,रीगा चीनी मिल चालू कराने,खेतों मे खड़े करीब 6 लाख क्वि.गन्ने की मापी कर किसानों को गन्ने का मूल्य भुगतान करने,बंद बाजार समिति को पुपुनर्जीवित करने सहित अन्य सवालों को लेकर अखिलभारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति सीतामढी़ के तत्वावधान में सीतामढी़ स्टेशन पर शांतिपूर्ण रेलचक्का जाम किया है।इसके दौरान स्टेशन पहुंचे रक्सौल-समस्तीपुर ट्रेन के समक्ष रेल लाईन पर बैठकर अभा किसान सभा,संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा,किसान सभा,जयकिसान आन्दोलन के साथ राजद तथा जाप के कार्यकर्ताओं ने भी रेल चक्काजाम मे भागीदारी किया।
इससे पूर्व चक्काजाम के बावत स्टेशन के पश्चिमी गुमती तथा रीगा मे एक घंटे तक ट्रेन को रोका था।किसानों के नही हटने के एलान के बाद रेल को स्टेशन लाया गया ।जहां किसानो ने 40 मिनट तक ट्रेन परिचालन को बाधित रखा। धरना देते हुए कार्यकर्ताओं ने किसानों की मांग पूरी करने हेतू केन्द्र तथा राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार अगर अडानी के समक्ष लाचार है तो किसान पूरे देश से सबक सिखाने को तैयार है।किसानो ने कहा कि किसानआन्दोलन को और तेज करेगा। सरकार शहीद किसानो का लाश गिनाना बंद करे तथा किसानों की मांगे शीघ्र पूरी करे।जाम कार्यक्रम मे किसान नेता डा.आनन्द किशोर,जयप्रकाश राय,विश्वनाथ बुन्देला,प्रो दिगम्बर ठाकुर,जलंधर यदुबंशी,चन्द्रदेव मंडल, मुकेश कुमार मिश्र,संजय कुमार,नेयाज अहमद सिद्दीकी,ऐहतेशामुल हक,वरिष्ठ अधिवक्ता रामपदारथ मिश्र,मो.मुर्तजा, आलोक कुमार सिंह ,आफताव अंजुम,मदन राय,ओमप्रकाश, हरिओमशरण नारायण,महेन्द्र यादव,सरिता देवी,सोनिया देवी,रामबाबू सिंह, मो.गयासुद्दीन,अशोक कुमार सिंह,सुरेश बैठा, विजय कुमार सिंह, हृषिकेश,भोला बिहारी, अनूठालाल पंडित, महेश झा,विनोद कुमार,लालबाबू सिंह,मो.मुस्ताक,अंगद कुमार यादब,मो.नुरैन,उमेश मिश्र सहित बड़ी संख्या में जिले के विभिन्न प्रखण्डों के किसानो ने भाग लिया था।