- जिले में हुई बड़े पैमाने पर लूट- खसोट
- आपदा को बना लिया कमाई का मौका
- जांच जरूरी तब होगा लूट का खुलासा
- दोषियों पर हो कार्रवाई
शिवहर----- जिला सहित पूरे सूबे में सरकार की तानाशाही और अफसरों की मनमानी चरम पर है। हद तो यह कि कोरोना जैसी वैश्विक आपदा को भी इन लोगों ने कमाई का मौका बना लिया। पीएम मोदी ही कहते हैं कि कोरोना काल ने एक अवसर दिया है तो सचमुच इस विपदा को लूट का अवसर बना दिया गया है।
उक्त बातें शिवहर विधायक चेतन आनंद ने प्रेसवार्ता में कही। कहा कि शिवहर जिले में कोरोना जांच और प्रवासियों के क्वारंटाइन के नाम पर भारी घपलेबाजी हुई है यह जांच का विषय है। अगर पूरी पारदर्शिता के साथ इसकी जांच हो तो सबसे छोटा शिवहर लूट में सबसे आगे साबित होगा। विधायक ने सरकार से मांग की है कि इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए कि किस तरह सरकार की राशि का अपव्यय और गबन किया गया।
वहीं सरकार की नीतियों की आलोचना की कहा कि करीब तीन महीने से देश के अन्नदाता किसान आंदोलन कर रहे हैं किन्तु सरकार को बंगाल में ममता बनर्जी से लड़ने से फुर्सत नहीं है। कोरोना काल को लेकर देश में बेरोजगारी चरम है, अपराधियों का मनोबल आसमान छू रहा। महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं।
पड़ोस वाले देश न सिर्फ आंख दिखा रहे बल्कि चीन तो नाजायज घुसपैठ कर रहा किंतु इन ज्वलंत समस्याओं से सरकार बेफिक्र हो पूंजीपतियों की गुलाम बनी है जो चिंता का विषय है।
शिवहर की स्थानीय समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि एनएच, बेलवा डैम निर्माण, डिग्री कॉलेज में कक्षा संचालन, शिवहर में रेल जैसी चिर प्रतीक्षित योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है जिसकी हम न सिर्फ निंदा करते हैं बल्कि इस विकास के कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए कृत-संकल्प हैं।
कहा कि शिवहर को नई पहचान देने की हमारी कोशिश है जिसे पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। शिवहर की जनता ने जिस भरोसा के साथ हमें जिम्मेदारी दी है उसे हर हाल में बेहतर परिणाम देना मेरा संकल्प है।