11/03/2021,गुरुवार।
फाल्गुन मास,कृष्ण पक्ष।
विक्रम संवत् 2077,
शक संवत् 1942,
उत्तरायण,दक्षिण गोल:,
शिशिर ऋतु,दक्षिणे काल:,
त्रयोदशी तिथि दि 02:31 तक,
उपरांत चतुर्दशी तिथि आरंभ।
धनिष्ठा नक्षत्र रा 09:39 तक,
उपरांत शतभिषा नक्षत्र आरंभ।
शिव योग दंड08/पल 49,
चंद्रमा मकर राशि में दि 09:31 तक,उपरांत कुंभ राशि में।
सूर्योदय 06:07,सूर्यास्त 05:53,
आज के दिन - माहा शिवरात्रि,प्रदोष चतुर्दर्शी व्रत,,श्री गौरी शंकर विवाह उत्सव,शिव अर्चना,गौरी शिव विशेष दर्शन।,
माहा शिवरात्रि विशेष पूजा चारो पहर में - प्रथम पहर संध्या 06:27 से रात्रि 09:28 तक।
दूसरा पहर रात्रि 09:29 से रा 12:30 तक।
तीसरा पहर रा 12:31 से रा 03:31 तक।
चौथा पहर रा03:32 से प्रा 06:34 तक।
आज सिर्फ अपने राशि अनुसार जानते है महा शिव रात्रि पर गौरी शंकर जी की विशेष पूजा के बारे में पंकज झा शास्त्री 9576281913 के द्वारा।
मेष राशि :
मेष राशि के स्वामी मंगल हैं। इस राशि के लोग अपनी समस्याओं के निदान, धन वैभव की प्राप्ति करने और कर्ज मुक्ति के लिए महाशिवरात्रि के दिन शिवजी को शहद और गुड़ अर्पित करें। इस दिन शिवजी को मसूर की दाल अर्पित करने से कर्ज मुक्ति होती है।
वृषभ राशि :
वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं। शुक्र को प्रसन्न करने से सुख-समृद्धि, भोग विलास, प्रेम, दांपत्य सुख प्राप्त होता है। इस राशि के जातक शिवजी को चावल अर्पित करें। इससे आपके जीवन के सारे अभाव दूर होंगे। इसके साथ ही रूद्रअष्टाध्यायी का पाठ करें।
मिथुन राशि :
राशि स्वामी बुध हैं। महाशिवरात्रि के दिन मिथुन राशि के जातक शिवजी को गन्ने का रस अर्पित करें। 1008 बिल्वपत्र ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करते हुए शिवजी को अर्पित करने से जीवन की रूकावटें दूर होंगी। समस्त कार्यो में वृद्धि प्राप्त होगी।
कर्क राशि :
शिवजी को महाशिवरात्रि के दिन दुग्धाभिषेक करें। अभिषेक करते समय शिवजी के पंचाक्षरी मंत्र ऊं नम: शिवाय या ऊं जूं स: का जाप करते रहें। इससे न केवल चंद्र ग्रह से मिल रही पीड़ा दूर होगी, बल्कि आपकी कुंडली का चंद्र ग्रहण दोष भी दूर होगा। इससे पितृ भी प्रसन्न होते हैं।
सिंह राशि :
सिंह राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन काले पत्थर के शिवलिंग पर लाल चंदन का लेप करें। शिवजी को गुड़हल के पुष्प अर्पित करें। शिवलिंग पर लगे सर्प का भी पूजन करें। इससे आपके सारे कार्य बिना रूकावट संपन्न होंगे। आर्थिक अभाव दूर होगा। स्वस्थ और सुखी जीवन प्राप्त होगा।
कन्या राशि :
राशि स्वामी बुध हैं। शिवजी को 108 बिल्वपत्र और 108 धतूरे अर्पित करें। शिव महिम्नस्तोत्र का पाठ करें। इस प्रयोग से आपको नौकरी, व्यापार सभी में लाभ प्राप्त होगा। पैसों की तंगी दूर होगी और परिवार में सुख-सामंजस्य बना रहेगा।
तुला राशि :
इस राशि के लोग महाशिवरात्रि के दिन शिवजी को केसर का दूध अर्पित करें। इसके साथ ही गरीबों को खीर खिलाएं। इससे शिवजी प्रसन्न होंगे और भोग विलास के साधन प्रदान करेंगे।
वृश्चिक राशि :
कोई ऐसा शिवलिंग तलाशें जिस पर नाग लगा हुआ न हो। वहां तांबे का नाग बनवाकर लगवाएं। इससे आपके जीवन के समस्त अभाव दूर होंगे। इससे पितृ दोष, नाग दोष, ग्रहण दोष और मंगल दोष भी समाप्त होता है।
धनु राशि :
इस राशि के लोग महाशिवरात्रि पर शिवजी को इत्र अर्पित करें, गुलाब के पुष्पों से शिवजी का श्रंगार करें। शिवजी के सहस्त्र नाम का पाठ करें। सारे संकट दूर हो सकते है।
मकर राशि :
शिवजी का जलाभिषेक करें। शिवजी को काले तिल अर्पित करें। तिल से बनी मिठाई अर्पित करें। इसके बाद आंकड़े 108 पुष्प शिवजी का एक-एक नाम लेते हुए अर्पित करें फिर देखें इस प्रयोग का चमत्कार। आप मानसिक रूप से जाप ॐ अजयाय नमः का जाप बिना ओठ हिले अपने सांसों से करे।
कुंभ राशि :
इस राशि के जातक शिवजी का पंचोपचार पूजन करें। गौघृत अर्पित करें और शिवाष्टक का पाठ करें। कार्यो की बाधाएं दूर होंगी। इस राशि के जिन युवक-युवतियों के विवाह कार्य में रूकावट आ रही है, वह भी दूर हो जाएगी। आपके लिए दूसरा विकल्प है की आप ॐ अनादिय नमः का जाप कर सकते है।
मीन राशि :
मीन राशि के जातक शिवजी का अभिषेक केसर के दूध या पंचामृत से करें। शिवजी को जनेऊ अर्पित करें। चंदन की माला से शिव पंचाक्षरी मंत्र ऊं नम: शिवाय का 11 या 21 माला जाप करें। फिर देखें कैसे आपका जीवन रफ्तार पकड़ता है। साथ ही आप ॐ जगन्नाथाय नमः का भी जाप कर सकते है।