मिथिला हिन्दी न्यूज :- जंगलराज’ –ये शब्द सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता है? बिहार में लालू यादव का कार्यकाल, यानी 15 वर्ष। तकनीकी रूप से तो इसमें से 8 साल तक उनकी पत्नी राबड़ी देवी मुख्यमंत्री रहीं लेकिन इस दौरान सत्ता लालू ही चलाते रहे। ये वो दौर था, जब बिहार में हत्या और अपहरण एक ‘उद्योग’ बन चुका था, एक कारोबार था, पैसे कमाने का एक जरिया था। राजनेताओं, अधिकारियों और माफियाओं का ऐसा गठजोड़ इसके पहले कहीं देखा ही नहीं गया।
बिहार में लालू प्रसाद के कथित जंगलराज को हटाने के नाम पर बनी और 2005 से चल रही सुशासन की सरकार में इन दिनों हत्या, लूट और रेप की घटनाएँ बेलगाम हो रही हैं। सीतामढ़ी अपराधियों का अड्डा बना हुआ हर दिन अपराधियों का तांडव से दहल रहा है जिला एक घटना को पुलिस सुलझाती नहीं दुसरा घटना सामने आ जाता है। अपराधिक घटनाओं को रोक पाने में इस साल भी पुलिस नाकाम रही। लगातार बढ़ते राजनीतिक हस्तक्षेप, अपराधिक तत्वों के सत्ताधारी दल के पालने में झूलने और पुलिस की लापरवाही के कारण हर रोज औसतन छह अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया गया। हर छह दिन में एक हत्या की घटना सीतामढ़ी जिले में होती रही। पुलिस बेशक लगातार अत्याधुनिक संसाधनों से लैस हो रही हो, लेकिन अपराधियों से पार पाने में अभी पुलिस को पसीना ही आ रहा है।वहीं दरभंगा में व्यवसायी लूट कांड, साथ ही अपराधियों को पकड़ने के क्रम में अपनी जान की आहूति देने वाले दीपू साह के परिजनों साथ ही व्यावसायिक संघ द्वारा, आज दरभंगा बंद , दरभंगा प्रशासन पर उठ रहे सवाल। दरभंगा में जिस तरह से अपराधी खुलेआम शहर की मुख्य सड़कों पर घूम रहे हैं गोली चला रहे हैं। इधर विपक्ष सरकार पर हमलावर हैं तो अपने भी सरकार पर हमला कर रहे हैं भाजपा के सीतामढ़ी से विधायक मिथिलेश कुमार ने एक वीडियो जारी कर उनके क्षेत्र में बिगड़ते कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता प्रकट की है।उन्होंने वीडियो जारी कर कहा है कि उन्हें बिहार में दोबारा जंगल राज की आहट सुनाई दे रही है। इसके पहले सीतामढ़ी में हुए दारोगा हत्याकांड के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख कर एसपी को हटाने की मांग की थी, वहीं बीते दिनों उनके एक करीबी की हत्या हुई तो वह खुलेआम पुलिस-प्रशासन पर भड़क गए।विधायक पवन जायसवाल ने भी बढ़ते हुए अपराध पर चर्चा करते हुए कहा था कि बिहार में भी गाड़ी पलटनी जरूरी है। अपराध नियंत्रण के लिए यूपी की तर्ज पर योगी आदित्यनाथ मॉडल लागू किया जाना चाहिए। खुद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल भी कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता प्रकट कर चुके हैं।