यह बात प्रखण्ड क्षेत्र के बलवा पंचायत अंतर्गत बैरवा गांव में उस समय अफरा तफरी मच गई,जब दो मजदूर घर बनाने के लिए खेत से मिट्टी काटने के दौरान अष्टधातु की मूर्ति मिला। जिसे तत्काल ग्रामीणों के सहयोग से बगल के ब्रह्म स्थान में रखा गया है। जिसे देखने के लिए आस पास के गांवों से हजारों की संख्या में लोग आ रहे है,प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व मुखिया मो. लतीफ राइन अपने सड़क किनारे जमीन पर भूसा का घर बनाने के लिए गांव के ही दो मजदूर हिरजु पासवान, बौआ पासवान के साथ घर भरने के लिए उसी खेत से मिट्टी कटवा रहा था,जब एक फ़ीट की गहराई पर कुदाल पत्थर से टकराया तो इसके बाद मजदूरों ने खोदना शुरू किया। ऊपर से लग रहा था कि कुछ पत्थर है,लेकिन वो पत्थर नही विशाल भगवान विष्णु की प्रतिमा था,गाँवो के लोगों के सहयोग से उस पत्थर को जब पलटा गया तो देखा कि भगवान विष्णु की मूर्ति है,तत्काल उसे गाँवो के 15 से 20 लोगों के सहयोग से उठाकर बगल के ब्रह्मबाबा स्थान पर ले जाकर रखा गया,जहाँ ग्रामीणों के सहयोग से तत्काल ब्रह्म बाबा स्थान में रखकर पूजा अर्चना शुरू किया जा रहा है,
गाँवो के ही हीरा प्रसाद ने बताया कि खुदाई के दौरान मिली यह मूर्ति करीब 10 क्विंटल के वजन का बताया जा रहा है,हालांकि यह अष्टधातु का है या किसी अन्य पत्थर का, वो पुष्टि पुरातत्व विभाग के द्वारा जांच के बाद ही पता चलेगा,
मजदूर हिरजु पासवान ने बताया की कल ही शाम में ही कुदाल से टकरा रहा था लेकिन हम पत्थर समझ के छोड़ दिए,फिर आज सुबह काम पर आए तो फिर कुदाल से टकराया तो उसका खुदाई किए और ग्रामीणों के सहयोग से खड़ा किया गया और इसके बाद पानी से धुलाई की गई तो वो भगवान विष्णु की प्रतिमा थी,ग्रामीण हीरा प्रसाद,बैजनाथ यादव,शिला कुमारी,अवध किशोर यादव,रामप्रीत यादव,मदन यादव समेत कई लोगों ने बताया कि इसे एक चमत्कार के रूप में कह सकते है,जमीन के मात्र एक फिट से भी कम जमीन के नीचे यह मूर्ति मिली है,हमारे प्रतिनिधि मनोज सिंह ने जब ग्रामीण हीरा प्रसाद से पूछा कि भगवान की प्रतिमा को ब्रह्मस्थान में ही स्थापित कीजिएगा या कहि दूसरे जगह मन्दिर बनाकर तो उन्होंने बताया कि आज रात में ग्रामीण में आपसी बैठक कर सहमति बनाकर इसके स्थापना पर निर्णय लिए जाएंगे,
जैसे ही मूर्ति मिलते ही सोशल मीडिया पर फैली वैसे ही गांव एवं प्रखण्ड के अलग हिस्से से महिलाएं, युवा, बुजुर्ग व बच्चों की हजारों भीड़ देखने के लिए इक्कठा होने लगी। मूर्ति की एक झलक पाने को स्थानीय लोग बेताब दिखे। मूर्ति मिलने से इलाके में तरह तरह की चर्चाएं चल रही है।एवं ग्रामीणों में काफी खुशी की मौहल है,