नारदीगंज (नवादा): सकरा गांव को यूं हीं शंकर की नगरी नहीं कहा जाता है। यहां के ग्रामीण भगवान भोलेनाथ के बड़े ही धूमधाम से पूजा अर्चना सालों से करते आ रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि भगवान भोलेनाथ की कृपा हमारे गांव पर ज्यादा रहता है। इनके दया और कृपा से हीं हमारे गांव को सुख- समृद्धि मिलती है । इसीलिए इस गांव को सकरा के अलावे शंकर की नगरी भी कहा जाता है। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि पिछले कई बार भगवान भोलेनाथ का मूर्ति निकला है और यहां कई महामहायज्ञ का भी आयोजन हुआ। जिसमें समस्त ग्रामीणों ने अपनी भागीदारी निभाई। आज का ताजा मामला है कि खेत में सब्जी लगाने हेतु पंडित वीरेंद्र झा कुदाल से खेत की खुदाई कर रहे थे, इसी बीच भगवान भोलेनाथ की एक सुंदर सा मूर्ति दिखाई दिया। जैसे ही इस खबर की भनक ग्रामीणों को लगी सैकड़ों की संख्या में जुटे और बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना में जुट गए। भगवान शंकर की मूर्ति निकलने से ग्रामीणों में खुशी देखी जा रही है। खेत से विशाल शिवलिंग मिलना गांव में कौतूहल का विषय बना है । तत्काल मूर्ति को मंदिर में लाकर साफ-सफाई कर पूजा पाठ शुरू कर दिया गया है ।