- सही तरीके से पहनें मास्क, करें छह फीट की दूरी का पालन
- नाक के नीचे व ठुड्डी पर न पहनें मास्क
सीतामढ़ी,16 मार्च ।
देश के कुछ हिस्सों में फिर से कोरोना ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है। ऐसे में समय रहते सर्तकता ही हमें इस महामारी से दूर रखने में कारगर है। हमने देखा है कि कोरोना के घटते मामलों के बाद कुछ लोगों ने मास्क पहनने को लेकर असावधानी बरती है। वहीं भीड़-भाड़ में भी शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। ये बातें सिविल सर्जन डॉ राकेश चंद्र सहाय वर्मा ने जिले के नागरिकों से अपील करते हुए मंगलवार को कही । कोरोना के बढ़ते मामलों और आने वाले त्यौहारों के मद्देनजर डॉ वर्मा ने कहा कि यह सोचना हमारी भूल है कि कोरोना खत्म हो चुका है। देश के कुछ राज्यों में लोगों की असावधानियों ने फिर से कोरोना को फैलने का प्लेटफार्म दे दिया है। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम जिन सावधानियों का पालन शुरू से करते आ रहे हैं उन्हें बस जारी रखना है। कोरोना से बचाव के लिए लोगों को व्यक्तिगत तौर पर भी जिम्मेदारी उठानी होगी।
खुद भी मास्क पहनें, प्रेरित भी करें
डॉ वर्मा ने कहा कि डब्ल्यूएचओ एवं अन्य स्वास्थ्य संगठनों के अनुसार कपड़े के तीन लेयर का मास्क कोरोना की संभावना को कम कर देता है। नाक के नीचे या ठुड्डी पर पहना हुआ मास्क कभी भी आपको कोरोना से नहीं बचा सकता। वहीं किसी भी भीड़ -भाड़ वाली जगह पर शारीरिक दूरी का पालन करें। सार्वजनिक जगहों पर कुछ भी छूने से बचें। 20 सेकेंड तक हैंडवॉश है जरूरी ।
त्यौहार के मद्देनजर हर प्वाइंट पर रहेगी नजर
कोरोना की जांच को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति अभी भी सजग है। कुछ दिनों में ही रेलवे प्लेटफॉर्म, बस अड्डे और अंतराष्ट्रीय सीमाओं पर कोरोना जांच की सुविधा शुरू की जाएगी|
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
- एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
- सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
- अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
- आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।