- चमकी को धमकी स्टीकर का हुआ अनावरण
- एईएस पर जानकारी के लिए 18003456629, 0621-2266056 और 0621-2266055 पर करें कॉल
- एईएस पर किसी भी तरह की जानकारी एवं मदद के लिए नियंत्रण कक्ष रहेगा कार्यरत
मुजफ्फरपुर,1 मार्च| चमकी को धमकी देने के उद्येश्य से सदर अस्पताल में जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने सोमवार को जिला चमकी नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया। इस नियंत्रण कक्ष से पूरे जिले से चमकी पर समस्याओं का निदान हो सकेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि चमकी को हराने के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया गया है। जहां फोन कर चमकी पर विभिन्न तरह के लक्षण और उपचार संबंधी समस्याओं का निवारण किया जा सकेगा। इसके लिए तीन नंबर 18003456629, 0621-2266056 और 0621-2266055 को डायल कर चमकी से संबंधित किसी भी तरह की समस्या का निवारण किया जा सकेगा।
24 घंटे रहेगी ड्यूटी
जिलाधिकारी ने उद्घाटन के बाद सबसे पहले प्रभारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र आलोक से ड्यूटी चार्ट के बारे में पूछा । रोस्टर तथा पूरी तैयारी पर जिलाधिकारी ने संतोष भी जताया। कहा कि किसी भी समय यहां पर चमकी के लक्षण, प्राथमिक उपचार से संबंधित जानकारी तथा वाहन तथा एंबुलेंस की सहायता ली जा सकती है। वहीं प्रभारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र आलोक ने बताया कि इस नियंत्रण कक्ष में 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी रहेगी। यहां कुल 14 हंटिंग लाइन मौजूद हैं। जहां कर्मचारियों का रोस्टर शुरू भी हो चुका है।
किया जाएगा प्रचार-प्रसार
जिलाधिकारी ने बताया कि टोल फ्री नंबर की पहुंच को सर्वसुलभ बनाने के लिए व्यापक तौर पर प्रचार -प्रसार का सहारा लिया जाएगा । जिसके लिए पंपलेट, पोस्टर तथा शहर तथा प्रखंड तथा महादलित बस्तियों में बैनर और दिवाल लेखन भी किया जाएगा। मौके पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार आलोक, जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, भीबीडीसी सुधीर कुमार, हॉस्पिटल मैनेजर प्रवीण कुमार, केयर डीटीएल सौरभ तीवारी सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
स्टीकर का किया गया अनावरण
नियंत्रण कक्ष के उद्घाटन के अवसर पर चमकी को धमकी का स्टीकर भी जारी किया और कहा कि इस स्टीकर को सार्वजनिक वाहन तथा सरकारी वाहनों में चिपकाया जाएगा। जिससे चमकी के बारे में लोग ज्यादा से ज्यादा जान सकें और चमकी के विरुद्ध सभी जिले वासी एक हो सकें।
तीन धमकियां हमेशा रखें याद
- बच्चों को रात में सोने से पहले जरूर खाना खिलाएं
- सुबह उठते ही बच्चों को भी जगाएं, देखें कहीं बेहोशी या चमकी तो नहीं
- बेहोशी या चमक दिखते ही तुरंत एम्बुलेंस या नजदीकी गाड़ी से अस्पताल ले जाएं।