- जिलाधिकारी ने प्राथमिक एवं सामुदिक स्वास्थ्य केन्द्रों को जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का दिया निर्देश
मोतिहारी, 2 मार्च
एईएस-चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए मंगलवार को जिला समाहरणालय के राधाकृष्ण भवन में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी ने की। बैठक में मुख्य रूप से चमकी बुखार की रोकथाम के लिए विस्तृत चर्चा की गई। जिले के सभी प्राथमिक एवं सामुदिक स्वास्थ्य केन्द्रों को सभी 50 जरूरी दवाइयों की उपलभ्धता सुनिश्चित करने, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर संभावित मरीजों के लिए पर्याप्त बिस्तर की व्यवस्था, आपातकालीन उपकरणों की व्यवस्था एवं एम्बुलेंस की सभी संभावित क्षेत्रों में व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी बुखार वाले बच्चे जिसकी उम्र छह माह से 10 वर्ष तक है उसे तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुचाएं। इसके लिए सरकार द्वारा एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गयी है। एम्बुलेंस के पहुंचने में देरी होने पर पीड़ित अपने स्तर से वाहन की व्यवस्था कर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। एम्बुलेंस का खर्च हॉस्पिटल द्वारा मरीज के पहुंचते ही किया जाना है। बैठक में एडिशनल कलेक्टर, असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह, एईएस के नोडल पदाधिकारी सुधीर कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, जीविका के जिला प्रबंधक, जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित थे।
विकास सहयोगी संस्था से सहयोग की अपेक्षा
समीक्षात्मक बैठक में सिविल सर्जन डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि हमारे विकास सहयोगी संस्था से अपेक्षा रहती है कि उनका सहयोग मिलेगा। केयर इंडिया एवं यूनिसेफ द्वारा पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपेक्षित सहयोग प्राप्त होता रहेगा। बैठक में केयर इंडिया के जिला टीम लीडर अभय कुमार भगत एवं यूनिसेफ के एसएमसी धर्मेन्द्र कुमार ने अपने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया ।
215 प्रभावित गांव में होगा सिंथेटिक पायराथायराइड का छिड़काव
बैठक में कालाजार उन्मूलन के लिए केयर इंडिया के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मुकेश कुमार ने प्रस्तुति दी । प्रस्तुति में यह बताया गया कि जिला में कालाजार नियंत्रण के क्षेत्र में बहुत सारा काम किया जा रहा है। कालाजार मरीजों की संख्या लगातार गिर रही है। यह कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन का सूचक है। 2015 में 353 मरीजों का इलाज कर उन्हें स्वस्थ किया गया था। वहीं 2020 में मरीजों की कुल संख्या मात्र 69 रह गयी है। कालाजार की रोकथाम के लिए सिंथेटिक पायराथायराइड का छिड़काव कुल 215 प्रभावित गांव में मार्च के पहले सप्ताह में प्रस्तावित है। जिलाधिकारी ने सभी जनता से अपील की है कि छिड़काव दल के आने पर सभी लोग अपने घर में छिड़काव अवश्य करवाएं।