मिथिला हिन्दी न्यूज :- पटना : राजधानी के राजाबाजार स्तिथ पिलर नंबर- 55 के पास रविवार को अत्याधुनिक तथा उच्चस्तरीय सुविधाओं से लैस ट्राइडेंट इमेजिंग एंड डाइग्नोस्टिक सेन्टर का शुभारंभ किया गया। इस डाइग्नोस्टिक सेन्टर का उद्धघाटन बिहार न्यूरो सेन्टर के चेयरमैन तथा भूतपूर्व प्रोफेसर सह विभागाध्यक्ष न्यूरोलॉजी सह डीन आइजीआइएमएस, पटना डॉ. अजय कुमार सिंह ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उपस्थित डॉ.अजय कुमार सिंह ने डाइग्नोस्टिक सेन्टर के डॉक्टरों तथा स्टाफ को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह के अत्याधुनिक डाइग्नोस्टिक सेन्टर के खुलने से लोगों को बहुत सुविधाएं मिलेंगी। मरीजों को विभिन्न जांचों के लिए भटकना पड़ता था, परंतु ट्राइडेंट के आने से उन्हें अब सभी प्रकार की डायग्नोस्टिक सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल जाएंगी।
वहीं मीडिया से बात करते हुए डायग्नोस्टिक सेन्टर के रेडियोलाजिस्ट डॉ. राकेश मेहरा (एमडी, (पीजीआई, चंडीगढ़), एफआरसीआर, लंदन) ने बताया कि इस डायग्नोस्टिक सेन्टर में मरीजों को वैसी सारी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिनके लिए अभी तक उन्हें पटना के बाहर जाना पड़ता था। यहाँ पर जांच की सारी अत्याधुनिक सुविधाएं मिल सकेगी जिसमें लेटेस्ट एप्पलीकेशन से सुसज्जित एमआरआई, लेटेस्ट एप्पलीकेशन वाली जीई की 64 स्लाइस वाली सीटी स्कैनए पूर्वोत्तर भारत की पहली जीई वोलुशन ई 8 सीरीज वाली अल्ट्रासाउंड मशीन, सबसे बेहतर एक्स रे एवं मैमोग्राफी मशीन, फूली ऑटोमेटेड एडवांस पैथोलॉजी लेबोरेटरी एवं हिस्टोपैथोलॉजी लेबोरेटरी की सुविधाएं शामिल हैं। यहाँ पर मरीज इंटरवेंशन रेडियोलॉजी की सुविधा पा सकेंगए जिसके लिए अभी उन्हें बिहार के बाहर जाना पड़ता था।
गौरतलब है कि डॉ. राकेश मेहरा स्वयं गोल्ड मेडलिस्ट है तथा पूरे बिहार में लोग इन्हें इनके बेहतरीन काम के लिए जानते हैं। इन्होंने ही बिहार में पहली बार इंटरवेंशन रेडियोलॉजी की शुरुआत की थी। वहीं इस डायग्नोस्टिक सेन्टर की पैथोलोजिस्ट डॉ. पल्लवी मेहरा (एमडी-डीएनबी) हिस्टोपैथोलोजिस्ट, न्यूरोपैथोलोजिस्ट पहली थ्रू आउट गोल्ड मेडलिस्ट रही पैथोलोजिस्ट हैं। एवं डॉ. आशुतोष झा जो कि डीएनबी रेडियोलोजी दिल्ली से डिग्री प्राप्त किये हैं वो भी इस डायग्नोस्टिक सेन्टर का एक अहम हिस्सा हैं। इस संस्थान में सभी कर्मी वेल क्वालिफाइड हैं. जो मरीजों को एक पारिवारिक माहौल प्रदान करेंगे।