मोतिहारी: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के पर सभी महिलाओं को हार्दिक शुभकामनाएं, लगातार कई सालों महिला दिवस हम मनाते आ रहे हैं, लेकिन आज एक बार फिर हम महिलाओं के अस्तित्व को पहचानने की कोशिश करते हैं। नारी के सम्मान में रविवार की पूर्व संध्या पर पूर्वी चंपारण जिले के मोतीहारी टॉउन हॉल में आयोजित अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्य द्वार के बगल में प्रख्यात रेत कलाकार मधुरेन्द्र कुमार ने महिलाओं के सम्मान अपनी भावनाओं को प्रकट करते विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान को रेत पर उकेरी हैं। सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने पुरुषों की प्रतिभा की तरह पाइलेट, डॉक्टर, वकील, खिलाड़ी, पुलिस अधिकारी व धावक आदि की कलाकृति बनाकर दुनियाभर में महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान को रेत पर उकेर कर नारी शशक्तिकरण संदेश दिया हैं। यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मधुरेन्द्र ने बताया कि जिन महिलाओं ने इतिहास में अपनी उपस्थिति को दर्शाया है और हर प्रकार से अपने आप को राष्ट्र और मानवता के लिए अर्पित जैसे रजिया सुल्तान, चाँद बीबी, झांसीकी रानी, लक्ष्मीबाई, अहिल्या बाई, जैसे कई नामों से लेकर सरोजनीय नायडू, अरूणा आसफ अली, विजय लक्ष्मी, आजाद हिंद फौज में एक पूरी पलटन का नेतृत्व करने वाली लक्ष्मी तथा क्रांतिकारियों का सहयोग देने वाली नारियों की एक लंबी सूची हमारे सामने हैं, जिन्होने देश निर्माण के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी,पहली महिला आई पी एस किरण बेदी और वर्तमान में पहली महिला राषट्रपति प्रतिभा पाटिल ऐसे तमात उदाहरण हैं जिनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि महिलाओं ने हर दौर मे अपनी सशक्त उपस्थिचि दर्ज कराई है। मौके पर बिहार सरकार के गन्ना व उधोग मंत्री प्रमोद कुमार, पद्मश्री किसान चाची राजकुमारी देवी, डॉ हिना चंद्रा, डॉ सुभाष चंद्रा, चम्पारण डांस एकेडमी के डायरेक्टर नीरज सिन्हा समेत दर्जनों महिलाओं ने भी ने मधुरेन्द्र की कलाकृति की सराहना करते बधाई दी।