बिहार प्रगति के पथ पर अग्रसर है विकास से समझौता नहीं किया जाएगा न्याय के साथ विकास की अवधारणा को वास्तविकता के धरातल पर उतारने के लिए जनप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी पूरी तरह कृत संकल्पित है राज्य के विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग भी अपनी अहम भूमिका अदा करने की तैयारी में है राज्य के युवा युवतियों को हुनरमंद करने के लिए विभाग के द्वारा कई सारे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं साथ ही साथ विभाग के द्वारा राज्य भर के लोगों से ऐसे प्रोजेक्ट अविष्कार आमंत्रित किए जा रहे हैं जिससे किसी भी क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन हो ऐसे किसी भी सुझाव या अविष्कार के लिए विभाग के द्वारा ₹3 लाख की वजीफे की भी व्यवस्था की गई है।बिहार के युवाओं को हुनरमंद बनाना पहला लक्ष्य कहा बिहार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने।मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी. विभाग द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं उसकी समीक्षा की जाएगी. यदि उसमें कोई त्रुटि होगी या कोई कमी होगी तो उसे दूर किया जाएगा.सुमित कुमार ने कहा कि जो जिम्मेदारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी है उसका निर्वाहन पूरी ईमानदारी के साथ करूंगा. सभी कॉलेजों की समीक्षा की जा रही है. हमारी कोशिश है कि हर बेहतर सुविधा छात्रों को उपलब्ध कराई जाए. बिहार के छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने दूसरे राज्य में जाते हैं. यहां पर मुफ्त शिक्षा दी जा रही है. कोई नई योजना शुरू करनी हो या पुरानी योजना में बदलाव तो हम बेहिचक करेंगे."जो जिम्मेदारी मिली है उसपर पूरी तरीके से खड़ा उतरेंगे. युवाओं की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास करेंगें. उन्हें निराश नहीं करेंगें. जो भी सूचना मिलेगी उसपर कार्रवाई की जाएगी. यदि कोई सुझाव मीडिया या आम लोगों द्वारा दिया जाएगा तो उसपर भी काम किया जाएगा.उन्होंने कहा कि क्षेत्र की बरनार जलाशय योजना, अजय, घाघरा जलाशयों को दुरूस्त किया जाएगा. मुख्यमंत्री की सोच है कि युवाओं को रोजगार मिले. इसके लिए रोजगार के अवसर सृजित किये जायेंगे. प्लेसमेंट सेल की व्यवस्था की जाएगी. स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. जो विश्वास उन पर राज्य के मुखिया नीतीश कुमार और क्षेत्र चकाई की जनता ने जताया है उसे पूरा करने के लिए पूरा प्रयास करेंगे.उन्होंने कहा कि चकाई बनेगा चंडीगढ़ के सपने को साकार करने के लिए हर सार्थक पहल की जाएगी. इस दिशा में काम भी शुरू हो गया है. तीन महीने के भीतर 170 करोड़ की विकास योजना की स्वीकृति ही गयी. शीघ्र ही इन योजनाओ का कार्य शुरू होगा. क्षेत्र का सर्वांगीण विकास ही हमारी प्राथमिकता है. सड़क, सिंचाई से लेकर स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं नक्सलवाद, उग्रवाद जैसी समस्याओं को लेकर भी काम किया जाएगा.