शिवहर----किसान मैदान में कार्यपालक सहायक के द्वारा मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं ।जिला मंत्री धीरज कुमार , जिला अध्यक्ष पप्पू कुमार ने कहा कि बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी द्वारा बीते वर्षों में कार्यपालक सहायक के निमित्त अनुशंसित उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं को मूल स्वरूप में लागू करने के बजाय, इसमें कई तरह के फेरबदल कर इसे लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे साफ जाहिर होता है कि बिहार सरकार कार्यपालक सहायकों के साथ सौतेला व्यवहार करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज बिहार को डिजिटल बिहार का दर्जा दिलवाने में कार्यपालक सहायक की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। इसके बावजूद भी कार्यपालक सहायक को कम मानदेय देकर काम करवाया जा रहा है। जिला सहायक सचिव आदित्य कुमार ने कहा कि कल से जिले के सभी कार्यपालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। महिला प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रियंका कुमारी ने कहा कि जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा दक्षता परीक्षा के उपरांत ही कार्यपालक सहायक की नियुक्ति हुई है। जिला उपाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने कहा कि किसी भी सूरत में कार्यपालक सहायक बेल्ट्रॉन द्वारा आयोजित परीक्षा में भाग नहीं लेंगे क्योंकि बेल्ट्रॉन एक निजी कंपनी है। निजी कंपनी को लाभ दिलाने के इरादे से ही सरकार दक्षता परीक्षा का ढोंग कर रही है।
जिला मीडिया प्रभारी चंदन जयसवाल ने कहा कि हम सभी कार्यपालक सहायक का नियुक्ति जिला पदाधिकारी के द्वारा एग्जाम लेकर की गई है। बिहार सरकार सूचना प्रावैधिकी विभाग पटना के पत्रांक 05 दिनांक 18 फरवरी के द्वारा एक पत्र जारी किया गया है जिसमें यह दर्शाया गया है कि बेल्ट्रॉन एक स्वतंत्र व्यवसाय है। उसके बावजूद भी सरकार हम सभी कार्यपालक सहायक को बेल्ट्रॉन में भेजने के लिए पत्र जारी कर रही है जिसका विरोध हम सभी कार्यपालक सहायक करते है।
वही कार्यपालक सहायकों ने मांग पूरी नहीं की जाने की स्थिति में सरकार को चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है।
ज्ञात हो कि कार्यपालक सहायकों की नियुक्ति विभिन्न सरकारी कार्यालयों में की गई है जो विभिन्न योजनाओं के पूर्ति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं या यूं कहें कि बिहार के विकास में इन कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इनके हड़ताल पर जाने से सरकार की सारी गतिविधि प्रभावित होता है।
जिसके कारण आम जनता को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
अनिश्चितकालीन हड़ताल में जिला के लगभग 250 से अधिक कार्यपालक सहायक शामिल हो रहे हैं। जिसके कारण आपदा, निर्वाचन, लोक शिकायत निवारण, RTPS, आपूर्ति, निबंधन, पंचायती राज, ICDS, सहकारिता, कृषि, इंदिरा आवास, स्वच्छता, मनरेगा,श्रम संसाधन विभाग, समाज कल्याण आदि विभागों द्वारा संचालित सरकार की योजनाएं ठप हो गया है।
वही संघ के जिला मंत्री धीरज कुमार ने कहा कि सरकार के सभी महत्वकांक्षी योजनाओ के सफल क्रियान्वयन में कार्यपालक सहायक का अहम भूमिका रहती है। फिर भी सरकार हमलोगों को नियमित नहीं कर रही है। बिहार सरकार से यही मांग है कि हमलोगों के कार्य को देखते हुए नियमित करते हुए वेतनमान किया जाए।
बैठक में सचिव जयशंकर प्रसाद, जिला संयोजक पंकज कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष संतोष कुमार, सहायक कोषाध्यक्ष सुजीत कुमार, सीता कुमारी, संजू कुमारी, ज्योति कुमारी, रूपम कुमारी, शिखा झा, तनु कुमारी, रोशन तारा, धर्मेंद्र कुमार, अनिल रजक, श्री राम कुमार, विजय कुमार रंजन, अभिषेक कुमार, मोहम्मद नौशाद अलम, नंदकिशोर राम, श्री नारायण पंडित, चंद्र मोहन सुधाकर, रवी शंकर कुमार, चंद्र भूषण कुमार पंडित, दीपक कुमार, मोहम्मद इरफान आलम, मुनीश कुमार, नवलेश कुमार, ललन कुमार रंजन, सोनू कुमार रजक, रोहित कुमार, विकास कुमार, जितेंद्र कुमार, आलोक कुमार, जयराम कुमार साह, धीरज कुमार, अरविंद कुमार, राकेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार प्रसाद, अनिल कुमार, बबलू कुमार, रणवीर कुमार सिंह, राजीव रजक, सत्येंद्र कुमार पंडित, राजू कुमार, कृष्ण कुमार, नंदन कुमार, संजय कुमार, अमिताभ कुमार, बबलू कुमार, जयप्रकाश रंजन, राधेश्याम कुमार, मुकेश महतो, राजेश कुमार, जितेंद्र कुमार सहनी, विजय कुमार, प्रिंस कुमार, अभिमन्यु कुमार, मुन्ना कुमार, प्रमोद कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, रवि रोशन कुमार, अविनाश कुमार, सुशांत कुमार तिवारी, बसंत कुमार, अशोक कुमार साह, दीपक कुमार सिंह, संतोष कुमार रंजन, संजीव कुमार ठाकुर, राजू कुमार, रवि कुमार तिवारी, संतोष कुमार पांडे, उत्तम कुमार, बबलू कुमार, शशि तिवारी, सुजीत कुमार, रोहित कुमार ठाकुर, बृजेश कुमार, रेनू कुमारी, उषा कुमारी, अमित कुमार शर्मा एवं अन्य विभाग के सभी कार्यपालक सहायक उपस्थित हुए।