हिन्दू जनजागृति समिति की भारत सरकार से कार्यवाही करने की मांग !
श्री. रमेश शिंदे
संपूर्ण विश्व के विभिन्न देशों की स्वतंत्रता इस विषय पर मूल्यमापन करनेवाली अमेरिका की संस्था 'फ्रीडम हाऊस' ने उनके जालस्थल freedomhouse.org पर भारत का मानचित्र दिखाया है । उसमें भारत के मानचित्र से कश्मीर प्रदेश, अक्साई चीन ये भूभाग भारत में नहीं दिखाए हैं तथा अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप दिखाए ही नहीं है । कश्मीर भारत का अविभाज्य भाग है । तब भी *'फ्रीडम हाऊस' ने कश्मीर को 'पाकिस्तानी कश्मीर' संबोधित किया है तथा अक्साई चीन यह भूभाग चीन के मानचित्र में दिखाया गया है । यह भारत के मानचित्र का विकृतीकरण है तथा भारत का अपमान है ।* हिन्दू जनजागृति समिति इस संस्था की सार्वजनिक निंदा करती है । इस प्रकरण में भारत सरकार इस संस्था के साथ पत्रव्यवहार कर उन्हें भारत का गलत मानचित्र हटाकर योग्य मानचित्र प्रकाशित करने हेतु सूचित करे; अन्यथा भारत सरकार इस संस्था पर उचित कार्यवाही करने हेतु कदम उठाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति ने की है ।
*समिति ने इस संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री तथा भारतीय सर्वेक्षण विभाग को लिखित निवेदन देकर इस संदर्भ में कार्यवाही करने की मांग की है ।* भारत सरकार द्वारा प्रकाशित भारत के मानचित्र को प्रमाण मानकर उसका उपयोग सर्वत्र होना चाहिए । भारत के मानचित्र का विकृतीकरण करने से भारतीय फौजदारी दंड संहिता की (सुधारित) 1961 की धारा 2(1) के अनुसार यह दंडनीय अपराध है ।
'फ्रीडम हाऊस' द्वारा भारत के मानचित्र का विकृतीकरण किए जाने के कारण भारत की मानहानि हुई है तथा समस्त देशप्रेमी भारतियों की भावनाएं आहत हुई हैं । इसलिए हमारी मांग है कि, भारत सरकार 'फ्रीडम हाऊस' संस्था के साथ पत्रव्यवहार कर यह मानचित्र तुरंत हटाने तथा योग्य मानचित्र प्रकाशित करने हेतु कहे । इस संस्था को भारत की सार्वजनिक क्षमायाचना करने हेतु कहा जाए । वैसा न करने से उनपर कार्यवाही करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं ।
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सूचित किया गया है कि 'फ्रीडम हाऊस' संस्था की निंदा करनेवाला और राष्ट्रध्वज का अपमान रोकने के लिए 'ऑनलाइन कॅम्पेन' कार्यान्वित किया जाएगा ।
भारत के मानचित्र का विकृतीकरण किए हुए जालस्थल की लिंक :