चैत्र मास, कृष्ण पक्ष।
विक्रम संवत् 2077,
शक संवत1942,
उत्तरायण, दक्षिण गोल:,
बसंत ऋतु, दक्षिणे काल:,
पंचमी तिथि दि 01:37 तक,
उपरांत षष्ठी तिथि आरंभ।
अनुराधा नक्षत्र दि 10:06 तक,
उपरांत ज्येष्ठा नक्षत्र आरंभ।
चंद्रमा वृश्चिक राशि में अहोरात्र।
सूर्योदय 05:51,सूर्यास्त 06:09,
दिन का राहु काल - दि 08:54 से 12:00 बजे तक।
आज के दिन - रंग पंचमी व्रत।
नोट - उपरोक्त मिथिला क्षेत्रीय पंचांग अनुसार संक्षिप्त विवरण।
पंकज झा शास्त्री 9576281913 के द्वारा जानते हैं कि चंद्र राशि आधारित पुकार नाम अनुसार राशियों का संभावित बोलचाल आज के दिन क्या कहता है✍️
मेष राशि - महत्वाकांक्षी प्रकृतिवालों के लिए शुभ फलदायक रहेगा। यात्रा सामान्य लाभप्रद रहेगी। दोपहर बाद उच्चाधिकारी से वाद-विवाद होने से कानूनी पक्ष नया मोड़ ले सकता है। सांयकाल के समय योजनापूर्ति से आपको लाभ होगा। अतिथि आगमन से खर्च बढ़ना संभव है।
वृष राशि - आज कार्यक्षेत्र में अधिकारी से या व्यवसाय क्षेत्र में व्यापारी से अनबन हो सकती है। अपने कार्य कौशल से आप शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे। घर-गृहस्थी के उपयोग की कोई प्रिय वस्तु खरीदी जाएगी और शुभ व्यय होगा। दाम्पत्य जीवन में सरसता बनाए रखें। आज आपका समाज में सम्मान बढ़ेगा।
मिथुन राशि - बुध दशम कर्म केन्द्र भाव में और चन्द्रमा भी षष्ठम भाव में परिजन बिछोह से मन को दुखी करेगा। राजनीतिक गतिविधियों में भी रुकावट रहेगी। अपराह्न के बाद नवनिर्माण की रूप रेखा बनेगी। सत्कर्म जन्य, पुण्यार्जन से अभिष्ट सिद्धि की प्राप्ति होगी। रात्रि के समय किसी मंगलमय समारोह में सम्मिलित हो सकते हैं।
कर्क राशि -चन्द्रमा मंगल के घर का वृश्चिक राशि का होकर पंचम लक्ष्मी भाव में भाग्योदय कारक है। जीवन साथी एवं व्यापार में साझीदारों का सहयोग मिलेगा। सद्कार्यों में रुचि बनी रहेगी। नौकरी पेशा वर्ग को उन्नति मिल सकती है। मन में शांति रहेगी। अत्यधिक श्रम से थकान हो सकती है, सावधान रहें। दिन आपका मिलाजुला रहेगा।
सिंह राशि -आज का दिन मिश्रित फलकारक है, समाज में स्वच्छ छवि का निर्माण होगा। चल रहे साम्यक कार्यों में सजगता बरतें। आपको पदोन्नति के अवसर मिलेंगे। षष्ठम घर से मकर राशि का बृहस्पति उच्च फलकारक है। अवरोध-विरोध के होने पर भी संकल्पित कार्य सिद्ध होंगे।
कन्या राशि- द्वितीय भाव में चन्द्रमा योग और नवम प्रमुख त्रिकोण घर में मंगल उत्तम संपत्ति के देने वाले हैं। अतः समाज में आपकी मान-प्रतिष्ठा में निश्चित रूप से वृद्धि होगी। उत्तरदायित्व बढ़ने से कुछ असहज स्थिति उत्पन्न हो सकती है, घबराएं नहीं। सांयकाल से लेकर रात्रि तक पुराने मित्रों के मिलन से मन प्रसन्न रहेगा। मंगलमय समारोह में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त होगा।
तुला राशि - आज जन्म का राशि का स्वामी शुक्र सांसारिक सुख-भोगों में वृद्धि कर रहा है। जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य मिलेगा। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होंगे। राज्य मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सांयकाल से लेकर रात्रि तक किसी मूल्यवान वस्तु के खोने या चोरी होने की आशंका है सतर्क रहें। दोस्तों के साथ कहीं बाहर घूमने का प्लान भी बन सकता है।
वृश्चिक राशि - आज आपका आधा दिन परोपकार करने में बीतेगा। दूसरों की सहायता करने से जो आत्म संतुष्टि आपको प्राप्त होती है, उसकी तुलना अन्य किसी सांसारिक सुख से नहीं हो सकती। आॅफिस में आपके अधिकारों में वृद्धि होने के कारण साथियों का मूड कुछ खराब हो सकता है। सांयकाल का समय देव दर्शन, भक्तिभाव में व्यतीत होगा।
धनु राशि - षष्ठम का चन्द्रमा पारिवारिक अशांति तथा आसपास के वातावरण को विपरीत बना सकता है। किन्तु आप अपने धैर्य और मृदु व्यवहार से वातावरण को हल्का करने में कामयाब होंगे। अपने प्रिय व्यक्ति की मदद करने के कारण कुछ परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रात्रि का समय मनोविनोद में बीतेगा।
मकर राशि - आज किसी नई डील से अचानक धन का लाभ होगा। घर में पत्नी या किसी संतान की अचानक तबीयत खराब होने से टेंशन हो सकती है। किसी महत्वपूर्ण कार्य को करते समय या गाड़ी चलाते समय तनाव को हावी न होने दें। दोस्ती में किसी स्पेशल स्कीम का हिस्सा न बनें, जोखिम के कामों से दूर रहें।
कुंभ राशि - राशि स्वामी शनि पूर्व में उदय हो चुका है। चन्द्रमा दशम भाव में किसी महान सफलता का हर्ष होगा। बड़ी मात्रा में रुपया हाथ में आने से संतोष होगा। दिन के उत्तरार्ध में दांपत्य जीवन में पिछले चार दिनों से चला आ रहा मनोमालिन्य भी समाप्त हो जाएगा। कहासुनी को बातचीत से सुलझा लें। रात्रि का समय सैर-सपाटे में व्यतीत करें।
मीन राशि - राशि का स्वामी बृहस्पति मकर राशि का होकर दशम भाव में संतान पक्ष से संतुष्टि और हर्षदायक है। आज का दिन अच्छा है, जिन युवाओं ने अभी अपने करियर की शुरूआत की है, उन्हें आज अपने आॅफिस में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। कार्यक्षेत्र में मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सांयकाल से लेकर रात्रि तक का समय भी मेल-मिलाप में बीतेगा।
उपरोक्त कोई जरूरी नहीं कि सभी शब्द किसी एक व्यक्ति विशेष पर मिल ही जाय अतः बेहतर परिणाम जानने हेतु जन्म कुंडली का अध्यन जरूरी होता है।